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परिषद की काव्य गोष्ठी में हुई इन्द्रधनुषी रसों की बौछार

दमोह (मप्र)।

मध्यप्रदेश आंचलिक साहित्यकार परिषद जिला दमोह द्वारा प्रचार सचिव बलीराम पटेल के निवास पर मासिक बैठक एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। अध्यक्षता रामचन्द्र सिंह संन्यासी ने की। मुख्य अतिथि हरिकृष्ण शुक्ला एवं विशिष्ट अतिथि प्रमोद कुमार असाटी रहे।
इसमें रचनाकारों द्वारा रचनाओं इन्द्रधनुषी रसों की बहुरंगी बौछार की गई।
प्रारम्भ में मंचासीन अतिथियों द्वारा माँ वीणापाणी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन किया गया। सरस्वती वंदना बलीराम पटेल ने प्रस्तुत की। रचनाकारों का स्वागत महेन्द्र पटेल व जयेश पटेन ने पुष्पगुच्छ भेंटकर किया। प्रथम चरण में सदन नेमा ने रामायण के प्रसंग को लेकर ‘झीमी-झीमी उड़े रे गुलाल’, महेन्द्र पटेल ने ‘रंजिशों को हवा दीजिए, फिर कोई गुल खिला दीजिए’, जयेश पटेल ने ‘झूला झूले कदम की डार’ और मनीष कुमार रसिक ने ‘पैरहन में उनके सजे हैं सतरंगी फूल’ सहित डॉ. लियाकत अली, नियाज कुरैशी आदि ने ग़ज़ल प्रस्तुत की। ओजेन्द्र तिवारी, रामनाथ अकेला, सुधीर कुमार सेन और राधे श्याम शर्मा सहित द्वितीय चरण में राजाराम राजू, श्री पटेल ने भी रचना प्रस्तुत की।

संचालन सुधीर कुमार सेन ने किया। समापन बेला में वरिष्ठ उपाध्यक्ष न्याज कुरैशी ने सभी का आभार व्यक्त किया।