कुल पृष्ठ दर्शन : 14

प्यार से…

डॉ. रचना पांडे
भिलाई(छत्तीसगढ़)
***********************************************

नहीं हो सकती अब बातें किसी दिलदार से,
लोग जुड़ चुके हैं अब दिखावटी संसार से।

हो नहीं सकती सुरक्षा अब किसी भी पहरेदार से,
मिल चुके हैं चोर सारे घर के रिश्तेदार से।

ना सुन किसी की ईमानदारी की बातें,
अधिकारी से चपरासी तक सब डूबे हैं भ्रष्टाचार से।

लोग जो उतरे अभी हैं चमचमाती कार से,
भूख पर चर्चा करेंगे बैठकर विस्तार से।

साँस लेने की नई शर्तें हैं लागू अब यहाँ,
धड़कनें भी लिंक होंगी आपके ‘आधार’ से।

इस ज़माने की ख़ुशी को लग गई किसकी नज़र,
रौनकें गायब हुई जाती हैं हर त्यौहार से।

ख़ुद ही सारी उलझनों का हल बताती जाएगी,
ज़िंदगी से बात करना सीखिए तो प्यार से॥