कुल पृष्ठ दर्शन : 255

You are currently viewing बेटियाँ

बेटियाँ

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’
अलवर(राजस्थान)
***********************************************

खुशनसीब होते हैं वो,
जिनके घर में होती है बेटियाँ
पिता के चेहरे की,
रौनक होती है बेटियाँ।
ममता की छाँव में,
स्वाभिमान होती है बेटियाँ
कष्टों का जब दौर आता है,
तो खुशियाँ लाती है बेटियाँ।
माँ के संग घर के कामों में,
हाथ बंटाती है बेटियाँ
हर कठिन से कठिन प्रश्न का,
जवाब होती है बेटियाँ।
बेटों से कहीं ज्यादा,
वफादार होती है बेटियाँ
बराबर के प्यार का,
हकदार होती है बेटियाँ।
बस यूँ समझ लो,
ईश्वर का वरदान होती है बेटियाँ॥

परिचय- ताराचंद वर्मा का निवास अलवर (राजस्थान) में है। साहित्यिक क्षेत्र में ‘डाबला’ उपनाम से प्रसिद्ध श्री वर्मा पेशे से शिक्षक हैं। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में कहानी,कविताएं एवं आलेख प्रकाशित हो चुके हैं। आप सतत लेखन में सक्रिय हैं।

Leave a Reply