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ममता, शौर्य और आस्था के भावों को समर्पित रही काव्य गोष्ठी

सोनीपत (हरियाणा)।

कल्पकथा साहित्य संस्था एवं साहित्य अर्पण मंच (अंतर्राष्ट्रीय) के संयुक्त तत्वावधान में ऑनलाइन काव्य गोष्ठी हुई। यह माँ की ममता, स्नेह, आस्था, ओज, शौर्य, रचनाओं पर आधारित काव्य रचनाओं से सजी रही। दुबई के विद्वान साहित्यकार सुधीर शर्मा ‘अधीर’ की अध्यक्षता रही।
कल्पकथा परिवार की संवाद प्रभारी श्रीमती ज्योति राघव सिंह ने बताया कि आशुकवि भास्कर सिंह ‘माणिक’ एवं रश्मि साँबले के संचालन में कार्यक्रम का शुभारंभ नागपुर से जुड़े वरिष्ठ साहित्यकार विजय रघुनाथराव डांगे द्वारा गुरु वंदना एवं सरस्वती वंदना के गायन पश्चात श्रीमती राधाश्री शर्मा द्वारा नृसिंह अवतार प्रसंग से किया गया। मातृ दिवस, ऑपरेशन सिंदूर आदि को समर्पित इस आयोजन में जम्मू कश्मीर, दिल्ली, हरियाणा और मप्र आदि के कवियों ने आस्था और श्रद्धा के भावों को शब्दों में खूब पिरोया। सारिका व्यास, शालिनी दीक्षित, रमेश पटले, गोपाल कृष्ण बागी, दीपाली पंत, अवधेश प्रसाद मिश्र ‘मधुप’ और पवनेश मिश्रा आदि ने काव्य पाठ किया। अध्यक्षीय उद्बोधन में श्री शर्मा ने मुक्तकण्ठ से प्रशंसा करते हुए सभी को मंगलकामनाएं दी। श्रीमती राधाश्री शर्मा ने ‘माँ धरती पर साक्षात् परमात्मा का रूप है, उनका सदा सम्मान करें’ के मार्गदर्शन एवं ‘सर्वे भवन्तु सुखिन:’ शान्ति पाठ के साथ सभी का आभार व्यक्त किया।