कुल पृष्ठ दर्शन : 12

‘मेरी पुस्तक मेरी पहचान’ में १५ लेखकों ने रखी अपनी बात

भोपाल (मप्र)।

हिंदी साहित्य भारती (भोपाल इकाई) का मानस संगम एवं ‘मेरी पुस्तक मेरी पहचान’ कार्यक्रम दुष्यंत कुमार स्मारक पांडुलिपि संग्रहालय के राज सभागार में आयोजित किया गया। मुख्य वक्ता डॉ.नुसरत मेंहदी (निदेशक उर्दू अकादमी, मप्र) रहीं।
इस कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन भारती की इकाई अध्यक्ष शेफालिका श्रीवास्तव ने दिया। वक्ता डॉ. मेंहदी ने श्रीराम, श्रीरामचरित मानस एवं गोस्वामी तुलसीदास पर वक्तव्य दिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. राजेश श्रीवास्तव (निदेशक रामायण केंद्र) ने उद्बोधन दिया। आयोजन में अध्यक्ष के रूप में मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे ने अपना महत्वपूर्ण वक्तव्य दिया। करीब १५ लेखकों ने अपनी कृतियों पर बात रखी।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नगर के साहित्यकार उपस्थित रहे।संचालन मधुलिका सक्सेना और मधु आलोक ने किया।