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रफा-दफा

राधा गोयल
नई दिल्ली
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आगजनी और लूटपाट कर सारे हो गए रफा-दफा,
क्या कारण था आगजनी का, क्यों थे इतने खफा-खफा ?
जाँच पड़ताल हुई तो जाना, अवैद्य कब्जा किया हुआ
जहाँ झोपड़ी, वहीं मकान के कारण, यह उत्पात हुआ।

झोपड़ियों के बदले में, सबको मकान थे दिए गए।
उन्हें किराए पर देकर, वो अन्य जगह पर चले गए
फिर से नई झुग्गियाँ बनीं, पैदल चलना दुश्वार हुआ
परेशान होकर जनता ने, अपना शोर बुलन्द किया।

पता लगाया रोज क्यों नई, झुग्गी बनती जाती हैं ?
जगह-जगह इनकी तादाद निरन्तर बढ़ती जाती है,
नेताओं को चेताया, ये झूठे नारे बंद करो
जहाँ पे झुग्गी-वहीं मकान, के वादे करना बंद करो।

झुग्गी वालों का नेता था इक अमीर पैसे वाला,
एक सरकारी महकमे का, अधिकारी था वो आला
जनता में जागृति देखी, झुग्गीवालों को भड़काया
पत्थर-काँच जमा करके, सड़कों पर उनका जाम लगाया।

जब अवैध निर्माण गिराने की, हुई ही थी तैयारी
झुग्गी वालों ने पहले से, कर रक्खी थी तैयारी
पुलिस बलों की सभी गाड़ियों में भी आग लगाई थी,
थाने में महिला दल था थाने में आग लगाई थी।

आग की भेंट चढ़े थे जो, उनकी तो नहीं थी कोई खता
मारे गए बेमौत बेचारे, अपराधी बच गया सफा
केस दर्ज तक नहीं हो सका, नहीं लग सकी कोई दफा।
आतंकी के डर के कारण, केस हो गया रफा-दफा॥