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लघुकथा शोध केंद्र समिति बंगलुरु स्थापित

भोपाल (मप्र)।

लघुकथा शोध केन्द्र समिति (भोपाल) द्वारा सरजापुर रोड, बेंगलुरु (कर्नाटक) में लघुकथा संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसका संयोजन कथाकार कान्ता रॉय द्वारा किया गया। अध्यक्षता वरिष्ठ कथाकार सुधा भार्गव ने की। इसमें निर्णय लेकर ‘भाषा सेतु-लघुकथा संवाद’ नामक दक्षिण भारत लघुकथा शोध केंद्र समिति की औपचारिक घोषणा की गई।
इस अवसर पर देशभर से लघुकथा क्षेत्र के प्रतिष्ठित रचनाकार अरुण अर्नव खरे, डॉ. आदर्श प्रकाश, श्रीलता सुरेश, सत्यजीत रॉय व स्वाति रॉय इत्यादि की उपस्थिति रही। संगोष्ठी का केंद्र बिंदु विशेष रूप से दक्षिण भारत में लिखी जा रही लघुकथाओं का समग्र मूल्यांकन किए जाने का रहा, जिस निर्णय लिया गया कि कन्नड़, तेलुगू आदि भाषाओं में रची जा रही लघुकथाओं को हिंदी लघुकथा के परिप्रेक्ष्य में जोड़ा जाए। इसी दिशा में समिति की औपचारिक घोषणा ककरके सुधा भार्गव को इस केंद्र का संरक्षक तथा श्रीलता सुरेश को संयोजक नियुक्त किया गया। इसके अंतर्गत आगामी समय में दक्षिण भारतीय भाषाओं की श्रेष्ठ लघुकथाओं के हिंदी अनुवाद, संवादात्मक संगोष्ठियाँ आदि की योजना बनाई गई।

संगोष्ठी में लघुकथा के वर्तमान शिल्प, कथ्य की गहराई, यथार्थ के चित्रण आदि पहलुओं पर गहन विमर्श हुआ। उपस्थित रचनाकारों ने अपनी मौलिक लघुकथाओं का वाचन किया।