केकड़ी (राजस्थान)।
विख्यात हास्य कवि एवं संवेदनशील गीतकार सुरेन्द्र दुबे की स्मृति में उनके गृहनगर केकड़ी में जयंती की पूर्व संध्या पर श्री सुरेन्द्र दुबे स्मृति सम्मान समारोह एवं अखिल भारतीय कवि सम्मेलन सफलतापूर्वक हुआ। ओज के हिमालय डॉ. हरिओम पंवार एवं गीत के चितेरे डॉ. विष्णु सक्सेना को वर्ष २०२४ एवं २५ के श्री सुरेन्द्र दुबे स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया।
इस सम्मान में प्रत्येक कवि को १ लाख, ११ हजार, १११ रुपए, ताम्र-पत्र एवं अलंकरण आदि दिए गए। केकड़ी नगर के विधायक शत्रुघ्न गौतम को ‘केकड़ी कोहिनूर’, विधायक डॉ. लालाराम बैरवा को ‘केकड़ी रत्न’ एवं वरिष्ठ पत्रकार सुरेन्द्र जोशी को ‘ब्रह्म रत्न’ की उपाधियाँ दी गईं। कवि सम्मेलन से पूर्व का सुरुचिपूर्ण संचालन वरिष्ठ पत्रकार सुरेन्द्र जोशी ने किया।
इस अवसर पर श्री गौतम ने घोषणा की कि केकड़ी शहर में स्व. श्री दुबे की स्मृति को चिरस्थाई बनाने के लिए नगर परिषद केकड़ी द्वारा शीघ्र प्रस्ताव को पारित कर कार्य किया जाएगा, साथ ही तेजाजी मेले में इस बार से २ कवि सम्मेलन किए जाएँगे।
सम्मान समारोह के पश्चात
डॉ. कीर्ति काले के सधे हुए संचालन में कवि सम्मेलन प्रारम्भ हुआ। वरिष्ठ कवि कैलाश मण्डेला ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। पहले कवि के रूप में हास्य कवि दिनेश बंटी ने माहौल जमा दिया। दीपक शुक्ला ने हास्य प्रस्तुति के साथ देश भक्ति गीत द्वारा उपस्थित श्रोताओं को रसाप्लावित कर दिया।
अपने काव्यपाठ में डॉ. काले ने भावपूर्ण मुक्तकों के पश्चात ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ पर अपना नया देशभक्ति गीत प्रस्तुत कर श्रोताओं का दिल जीत लिया।
अब बारी थी सम्मान प्राप्त कवियों के काव्यपाठ की तो डॉ. सक्सेना ने दुबे जी के साथ उनकी अनेक स्मृतियों को साझा किया। विष्णु जी ने अत्यंत संवेदनशीलता के साथ गीत पाठ कर मंत्रमुग्ध कर दिया। डॉ. हरिओम पंवार ने अपने ओजस्वी काव्यपाठ से देश एवं दुनिया के ज्वलंत प्रश्न उठाए और सम्मेलन को शिखर पर पहुँचा दिया।
इस अवसर पर श्री दुबे के भ्राता चंद्रप्रकाश दुबे जी ने सभी का स्वागत किया। डॉ.विकास दुबे ने धन्यवाद ज्ञापित किया।