उदयपुर (राजस्थान)।
वर्ष २०२५-२६ में राजस्थान साहित्य अकादमी ने विभिन्न सहयोग योजनाओं में प्रविष्टियाँ माँगी है। पांडुलिपि सहयोग, प्रकाशित ग्रंथ सहयोग, साहित्यिक पत्र-पत्रिका सहयोग और साहित्यकार आर्थिक सहयोग योजनाओं के लिए प्रांत के साहित्यकार यह ३१ दिसंबर तक भेज सकते हैं।
अकादमी की प्रशासक (संभागीय आयुक्त) प्रज्ञा केवलरमानी ने बताया कि योजना अंतर्गत पांडुलिपि प्रकाशन सहयोग में राजस्थान निवासी सृजनशील साहित्यकारों की स्तरीय पांडुलिपियाँ आमंत्रित हैं। जिनकी हिंदी भाषा में ५ या अधिक पुस्तकें प्रकाशित हैं, वे एवं जिनको इस योजना में २ बार सहयोग प्राप्त हो चुका है, वे भी भागीदारी नहीं कर सकेंगे। प्रकाशित ग्रंथों पर सहयोग योजना वर्ष २०२५-२६ हेतु राजस्थान निवासी लेखकों से हिंदी भाषा में रचित अथवा अनुदित ग्रंथ आमंत्रित हैं। विचारार्थ प्रेष्य पुस्तक की २ प्रति, अपेक्षित प्रमाण-पत्र, व्यय के बिल व विवरण पत्र सहित कार्यालय में भिजवा सकते हैं।
आपने बताया कि साहित्यिक पत्र-पत्रिका आर्थिक सहयोग के लिए अकादमी द्वारा राजस्थान की हिंदी भाषा की सृजनशील, आलोचनापरक, शोध विषयक पंजीकृत ‘साहित्यिक पत्र-पत्रिकाओं को वर्ष २५-२६ में आर्थिक सहयोग दिए जाने के संबंध में प्रविष्टियाँ आमंत्रित हैं। इच्छुक प्रकाशक-संपादक इस योजना के निर्धारित प्रपत्र के साथ पत्रिका की प्रविष्टि (गत १ वर्ष के प्रकाशित अंक) कार्यालय में भेज सकते हैं।उक्त योजनाओं की प्रविष्टियाँ व प्रस्ताव भिजवाने की अंतिम तारीख ३१ दिसंबर है। योजनाओं के निर्धारित प्रपत्र और नियम कार्यालय तथा वेबसाइट (www.rsaudr.org) से प्राप्त कर सकते हैं।
