हैदराबाद (तेलंगाना)।
साहित्य गरिमा पुरस्कार समिति (हैदराबाद) हिन्दीतर प्रांतों के महिला लेखन को प्रोत्साहित करने के क्रम में इस वर्ष भी साहित्य गरिमा पुरस्कार- सम्मान के तहत २१ हजार धनराशि और प्रशस्ति-पत्र दिया जाना है।
इसमें प्रविष्टियाँ भेजने की अंतिम तारीख ३० नववम्बर है।
संस्थापक अध्यक्ष डॉ. अहिल्या मिश्र (९८४९७४२८०३) एवं उपाध्यक्ष प्रवीण प्रणव ने बताया कि साहित्य एवं कला को प्रोत्साहित करने हेतु ये पुरस्कार योग्यता के अनुरूप दिए जाते हैं।
इसके अंतर्गत ‘साहित्य गरिमा पुरस्कार २०२५’ पुरस्कार हिन्दी में इस वर्ष काव्य विधा के लिए केवल महिला लेखिकाओं को ही दिया जाएगा। सभी अहिन्दीभाषी प्रदेशों की महिला लेखिकाओं को हिन्दी काव्य की किसी भी विधा (कविता, गीत, मुक्तक आदि) में ३ मौलिक कृति (जनवरी २०२३ से दिसंबर २०२४ के बीच प्रकाशित) प्रविष्टियों के रूप में जीवन परिचय, २ छायाचित्र एवं लिफाफे सहित भिजवाएं। आपने बताया कि जिन हिन्दी भाषी महिला साहित्यकारों ने अहिन्दी भाषी प्रदेशों में कम-से-कम १० वर्षों का अधिवास अपनी कृति की प्रकाशन तारीख के पूर्व पूरा कर लिया है, वे भी इस सम्मान की पात्र मानी जाएंगी।
ऐसे ही ‘सिया सहचरी काव्य सम्मान-२०२५’ के लिए काव्य विधा (कविता, गीत, ग़ज़ल आदि) के लिए भारतीय नागरिक कवि, कवयित्री को मौलिक काव्य कृति के लिए दिया जाएगा। इसकी सम्मान राशि १५ हजार ₹ है। आपके अनुसार ‘गरिकिपाटि नरसिम्हा राव सहस्रावधानी तेलुगु अनुवादक पुरस्कार’, ‘गरिकिपाटि नरसिम्हा राव सहस्रावधानी हिन्दी अनुवादक प्रस्कार’, ‘शांति अग्रवाल कहानी-उपन्यास लेखन पुरस्कार’, ‘श्री आचार्य कृष्णदत्त हिन्दी साहित्य व्यंग्य-लघुकथा लेखन पुरस्कार’, ‘चंपई माधव कदम हिन्दी लेखन पुरस्कार, राम किशोरी स्मृति सम्मान, सृजनात्मक तकनीक हिन्दी सम्मान’, ‘शुभ्रा मोहंतो संगीत साधना पुरस्कार’ एवं ‘कादम्बिनी क्लब, हैदराबाद साहित्य गौरव सम्मान’ आदि के लिए भी प्रविष्टि भेजी जा सकती है।