प्रीति तिवारी कश्मीरा ‘वंदना शिवदासी’
सहारनपुर (उप्र)
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प्रभु नाम के बदले सुख ले लो या, प्रभु नाम के बदले प्रभु ले लो।
रात-दिवस प्रभु नाम लिया फिर, यश, धन,वैभव मांग लिया
ये जगत कहे बड़े भगत भये फिर, इस जग से सम्मान लिया।
प्रभु नाम कमाई खर्च यूँ ही अब, झूठ दिखावे से क्या ले लो।
प्रभु नाम के…॥
प्रभु के आँचल में यूँ लिपटो जैसे, शिशु लिपटा माँ आँचल में
यदि सुख के झुनझुने से खुश हो, काहे प्रभु भरें फिर आँचल में।
प्रभु का आँचल सुख-छाँव घनी पी, अमृत रस तृप्ति ले लो।
प्रभु नाम के…॥
प्रभु नाम ना लो पापों से डर प्रभु, नाम ना लो मुक्ति के लिए
हरदम उनसे कुछ मत मांगो मांगो, जीवन भक्ति के लिए।
जिस कारण प्रभु का नाम लिया, बस प्रभु प्यारे से वो ले लो।
प्रभु नाम के…॥
प्रभु नाम के बदले सुख ले लो या, प्रभु नाम के बदले प्रभु ले लो॥