शुभारम्भ…
दिल्ली।
भारतीय भाषा अनुभाग की स्थापना से अब राजभाषा विभाग एक सम्पूर्ण विभाग बन गया है। यह अनुभाग भारत की भाषाई विविधता को समाहित करते हुए सभी भाषाओं को एक सशक्त और संगठित मंच प्रदान करेगा। भारतीय भाषाएं, संस्कृति की और भारतीय संस्कृति भारत की आत्मा है। हमारी सोचने, विश्लेषण करने और निर्णय लेने की प्रक्रिया जब हमारी मातृभाषा में होती है तभी हमारी क्षमता का भरपूर दोहन संभव है।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली में भारतीय भाषा अनुभाग का शुभारंभ करते हुए यह बात कही। इस अवसर पर केन्द्रीय गृह सचिव और सचिव, राजभाषा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में आज भारतीय भाषा अनुभाग की स्थापना के साथ ही राजभाषा विभाग एक सम्पूर्ण विभाग बन गया है। हमारी सोचने, विश्लेषण करने और निर्णय लेने की प्रक्रिया जब हमारी मातृभाषा में होती है तभी हमारी क्षमता का भरपूर दोहन संभव है। श्री शाह ने कहा कि हमारी हर भाषा दूसरी भाषा के साथ पूर्णता के साथ जुड़ी है और सभी भाषाओं का विकास एक-दूसरे के बिना संभव ही नहीं है।