मुम्बई (महाराष्ट्र)।
रूसी राज्य मानविकी विश्वविद्यालय (मॉस्को) में हिंदी प्राध्यापक डाॅ. इंदिरा गजेइवा का मुंबई विवि के हिंदी विभाग में उनकी छात्राओं के साथ आगमन हुआ। इस अवसर पर साहित्यकार डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय ने इन्हें अपना आलोचना ग्रंथ ‘जयशंकर प्रसाद महानता के आयाम’ भेंट दिया।
इस मौके पर उनके सम्मान में विशेष रूप से आयोजित कार्यक्रम में डाॅ. गजेइवा ने रूस में हिंदी की स्थिति पर व्याख्यान दिया। उनकी छात्राओं ने जयशंकर प्रसाद, निराला, महादेवी वर्मा, सुभद्रा कुमारी चौहान और अज्ञेय की कविताओं का पाठ किया। आरंभ में अतिथियों का परिचय देते हुए उनका स्वागत किया गया।तत्पश्चात छत्रपति शिवाजी महाराज पर आयोजित भव्य समारोह में सबने उपस्थिति दर्ज करवाई। मुंबई विवि के प्रति कुलपति डाॅ. अजय भामरे से भी डॉ. गजेइवा की भेंट करवाई गई। संक्षेप में रूसी छात्राओं की हिंदी के प्रति अभिरुचि अत्यंत आश्वस्तकारी है।