भोपाल (मप्र)।
रबीन्द्र नाथ टैगोर विवि द्वारा संचालित हिन्दी छंद लेखन कौशल पाठ्यक्रम की पहली बैच का परीक्षा परिणाम ‘विश्व हिन्दी दिवस’ के अवसर पर ऑनलाइल माध्यम से घोषित किया गया। इसमें दौसा के साहित्यकार बाबू लाल शर्मा बौहरा ‘विज्ञ’ ने १०० में से १०० अंक प्राप्त करके ‘प्रथम स्थान’ प्राप्त किया है, जबकि चंडीगढ़ के विनय कुमार गर्ग ९८ अंक प्राप्त करके दूसरे स्थान पर रहे।
इस अवसर पर दूसरी बैच का सत्रारंभ भी किया गया। पहली बैच की परीक्षाओं के परिणाम में बरेली की पूनम शुक्ला एवं पटना से प्रियंका श्रीवास्तव शुभ्र ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है। यह प्रशिक्षण कार्य गाजियाबाद के प्रसिद्ध कवि- साहित्यकार योगेश के. समदर्शी द्वारा दिया जा रहा है।
इस अवसर पर अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए विवि की कुलसचिव डॉ. संगीता जोहरी ने कहा कि हमारी शिक्षा में कौशल प्रशिक्षण के विभिन्न पाठ्यक्रम की बहुत आवश्यकता है, इस दिशा में हिन्दी छंद लेखन पाठ्यक्रम ने हिन्दी के छंदों के प्रति नये कवियों को न केवल प्रेरित किया है, बल्कि ३ माह की छोटी अवधि में छंद लेखन का कौशल भी प्रदान किया है।
कार्यक्रम में अधिष्ठाता डॉ. रुचि मिश्रा तिवारी, प्रशिक्षक योगेश के. समदर्शी सहित बैच से श्रीयांश गुप्ता, कन्चन पांडेय, कपिल कुमार दुबे, डॉ. मीनू पांडेय आदि प्रशिक्षु उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन श्री समदर्शी ने किया।