अजय जैन ‘विकल्प’
इंदौर(मध्यप्रदेश)
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‘युवा’,
प्रतीक क्रांति
करें सदा संघर्ष,
बदलता समय
समाज।
शक्ति,
अनगिनत सपने
कम मत आँकना,
साथ दो
नवनिर्माण।
स्रोत,
भरपूर ऊर्जा
युवा पीढ़ी अनमोल,
है रचनात्मकता
समझिए।
उपयोग,
विध्वंस नहीं
विकास में चाहिए,
वर्तमान-भविष्य
प्रगति।
मुकाबला,
रोज समस्या
शिक्षा बहुत जरूरी,
हो भागीदारी
जिम्मेदारी।
परिश्रमी,
जब अड़ें
हिमालय पिघला दें,
झुकाते आसमान
ऊर्जावान।
युवा,
हैं तूफान
चीर दें अँधेरा,
वेग पवन
बुद्धिमान।
हौंसला,
बढ़ते जाते
भूल जाते गम,
क्या कहना
हिम्मतवान।
देवतुल्य,
देश की फ़िक्र
सबको लेकर चलें,
देशसेवा अग्रणी
ध्यान।
देशभक्त,
भागते नहीं।
करे जो देशद्रोह,
लेते प्राण
प्रचंडवान॥
