एस.के.कपूर ‘श्री हंस’
बरेली(उत्तरप्रदेश)
*********************************
अदा करो शुकराना सौ बार जिंदगी का,
करो पूरे तुम हर सरोकार जिंदगी का।
प्रभु की दी हुई अनमोल नियामत जिंदगी-
मोहब्बत बना लो कारोबार जिंदगी का॥
कभी बिगड़े न बोल व्यवहार जिंदगी का,
तेरे शब्दों पर टिका आधार जिंदगी का।
धैर्य बुद्धि विवेक का साथ कभी न छोड़ना-
इनसे होता है सच्चा श्रृंगार जिंदगी का॥
कभी मत खोना तुम एतबार जिंदगी का,
मान लो हिस्सा है जीत-हार जिंदगी का।
धूप-छाँव जैसे खुशी-गम आते जिंदगी में-
गढ़ो तुम खुद को बनके सुनार जिंदगी का॥
नफ़रत से दूर आनंद मजेदार जिंदगी का,
वही जीता जो होता दिलदार जिंदगी का।
प्रभु की दी हुई नवरदान-सी है जिंदगी।
जीने का मजा और सलीकेदार जिंदगी का॥
रोशन करो तुम नाम बरखुरदार जिंदगी का,
क्या फायदा जीने का बेकार जिंदगी का।
भेजा है ईश्वर ने धरती पर कुछ करने के लिये-
जानलो एक बार मिलता किरदार जिंदगी का॥