हरिहर सिंह चौहान
इन्दौर (मध्यप्रदेश )
************************************
फल-फूल, पेड़-पौधे,
रंग-बिरंगी दुनिया में प्रकृति का गठजोड़ है
यह एक-दूसरे के अपनेपन को बढ़ाते हैं,
इसे हम पहचानें
प्रकृति को करीब से जानें।
मौसम के विभिन्न रंगों में, स्वाद का रसपान फल है
धरती की सुन्दरता का, संतरगी आसमान फूल है।
पेड़ हमारे लिए आदर्श है, प्राणवायु का आधार है
पौधे जीवन जीने की कला, सिखाने की खान है।
धरती तप रही होती है तो, बरसात उसे शीतलता प्रदान करती है
पानी से जब नदी-तालाब में, बाढ़ से पानी भर जाता है
तब सूर्य की रोशनी उसे शांत करती है।
जब मौसम की इस धारा में, अपने-आप सुर,
मधुर वीणा का तार बजाने लगते हैं।
तब पेड़-पौधे आलाप-गायन करते हैं,
खुशी का संगीत बहुत कर्ण प्रिय होता है॥