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अपने अंजाम से डर

अजय जैन ‘विकल्प’
इंदौर(मध्यप्रदेश)
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नाम है ‘पाक’ और इरादे हैं ‘नापाक’,
हरकतों से तू फैलाता है आतंकवाद।

तुझे क्यों, अपने वतन की फिक्र नहीं,
क्या डरता नहीं, तू होने से खाक।

मन में ज़हर और मिलाते हो हाथ,
थोड़ी भी शर्म हो तो जाओ जाग।

भारतीय कहते हैं-करते नहीं, सोचना भी मत,
अगर अड़ जाएँ, उजड़ जाते हैं बड़े-बड़े बाग।

तालिबान को देख, अपने अंजाम से डर,
कहीं हो न जाए, तू ही किसी दिन राख॥