सरोजिनी चौधरी
जबलपुर (मध्यप्रदेश)
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आज़ादी के लिए समर्पित,
नहीं कभी अभिमान किया
सही यातना जाने कितनी,
तिल-तिल जीवन होम किया।
दांडी यात्रा, नमक आन्दोलन,
देश के हित में काम किया
शान्ति प्रेम का मार्ग दिखाया,
शुद्ध आचरण सदा किया।
काले-गोरे, ऊँच-नीच का,
भेद मिटा शुभ कार्य किया
छुआ-छूत से पीड़ित नीची,
जाति को ‘हरि-जन’ नाम दिया।
‘वैष्णव जन तो तेरे कहिए’,
भजन बहुत प्रिय उनको था
प्रातःसंध्या ईश प्रार्थना,
बहुत ही भाता उनको था।
दिशाविहीन आज की जनता,
आज ज़रूरत उनकी है।
सादा जीवन उच्च विचार,
सही परिभाषा उनकी है॥