सपना सी.पी. साहू ‘स्वप्निल’
इंदौर (मध्यप्रदेश )
********************************************
पांचवी माँ स्कन्दमाता,
कार्तिकेय की प्रसूता
स्कंद लिए सिंहासिनी,
माँ वात्सल्य धाम है।
पद्मासना, चतुर्भुज,
शुभ्र वर्णी, कांतिपुंज
रचा माँ ने सूर्यमण्डल,
रूप अभिराम है।
मोहबंध से दें मुक्ति,
हर्ष, शांति मिले युक्ति
सहज मोक्षदायिनी,
माँ सुखों का नाम है।
अलसी औषधि वास,
करें रोग शोक नाश
ध्यालो मेष राशि वालों,
सही होंगे काम है।