मुम्बई (महाराष्ट्र)।
साहित्यकार डॉ. कनकलता तिवारी के नवीनतम बाल कथा संग्रह ‘पिंटू की पहली उड़ान’ के विमोचन के साथ साहित्य के क्षेत्र में नवगठित संस्था ‘सृजन के रंग’ ने अपने सृजनात्मक सफ़र की पहली उड़ान भरी। समारोह में मुख्य अतिथि मशहूर कवि-गीतकार देवमणि पांडेय मौजूद रहे।
इस संस्था का यह पहला गरिमापूर्ण समारोह शनिवार को नवी मुम्बई के वाशी स्थित समन्वय हाल में किया गया, जिसमें सुरुचिपूर्ण कवि सम्मेलन भी हुआ। समारोह की अध्यक्षता ग़ज़लकार डॉ. लक्ष्मण शर्मा ‘वाहिद’ ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्यकारी सदस्य एवं वरिष्ठ गीतकार गजानन महतपुरकर, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. कृपाशंकर मिश्र, वरिष्ठ कवि प्रो. योगेंद्र यादव और वरिष्ठ साहित्यकार-नाटककार डॉ. पूजा अलापुरिया ‘हेमाक्ष’ ने अपनी वैचारिक अभिव्यक्ति, पुस्तक समीक्षा और काव्य रचनाओं से सभी को मंत्रमुग्ध किया। सभी ने बच्चों पर आधारित अच्छी किताब के लिए डॉ. तिवारी को हार्दिक बधाई दी।
प्रारम्भ में सभी अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित और मॉं सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर समारोह का शुभारम्भ किया। डॉ. तिवारी की सरस्वती वंदना से सम्मेलन का विधिवत शुभारम्भ हुआ। संग्रह का विमोचन मंच पर मौजूद सभी अतिथियों के साथ बच्चों त्रेयाक्ष, नायरा शर्मा और युग शर्मा द्वारा किया गया। डॉ. तिवारी ने अपनी इस नौवीं पुस्तक पर कहा कि इस पुस्तक से होने वाली आमदनी गरीब बच्चों की शिक्षा में खर्च की जाएगी। श्री महतपुरकर ने पुस्तक के विभिन्न पहलुओं पर आधारित अपनी विशेष काव्य रचना प्रस्तुत की। इस अवसर पर कवि सम्मेलन में श्रीमती निधि शुक्ला, दयाराम दर्द, बिट्टू जैन ‘सना’, अनिल कुमार राही, मधुबाला शुक्ला, डॉ. वर्षा महेश ‘गरिमा’, डॉ. तिवारी, विनय शर्मा दीप और सत्यभामा सिंह आदि ने प्रमुख रूप से रचनाएँ प्रस्तुत कर वाहवाही लूटी। पुस्तक के प्रकाशक राजीव मिश्र ‘मधुकर’ ने पुस्तक की भूमिका पर प्रकाश डाला। लाल बहादुर यादव ‘कमल’ को सुरीली प्रस्तुति के लिए ‘सर्वोत्कृष्ट कवि’ का सम्मान चिन्ह श्री रंगनाथन ने दिया। अतिथियों तथा कवियों को भी सम्मानित किया गया। मंचासीन अतिथियों को ऐरोली शहर के समाजसेवी राम मूरत यादव ने स्वामी अड़गड़ानंद की ‘यथार्थ गीता’ भेंट की।
इस मौके पर संस्था का बैनर भी जारी किया गया, जिसमें प्रमुख रूप से डॉ. तिवारी, सीमा त्रिवेदी, अन्नपूर्णा गुप्ता ‘सरगम’ और नंदिता शर्मा ‘माजी’ सहित आयोजन समिति के सदस्यों राहुल सिंह, अमनदीप गुजराल, मीनाक्षी शर्मा ‘पंकज’ व प्रदीप मिश्र का भी सक्रिय योगदान रहा। समारोह में बड़ी संख्या में साहित्य और कला प्रेमी मौजूद रहे, जिनमें वाशी के प्रमुख समाजसेवी बाबूभाई यादव और श्रीमती हृदया ग्रोवर मुख्य रूप से शामिल हैं। सशक्त संचालन जाने-माने मंच संचालक प्रिंस ग्रोवर ने किया। डॉ. तिवारी ने सभी को धन्यवाद दिया।