डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’
इन्दौर (मध्यप्रदेश )
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मधुर क्षणों की मीठी यादें, साथ सदा तुम रखना।
दुखों को अब तुम याद करो ना, आँखें नम न करना॥
रात चाँदनी खिलती है, आसमान पर छा जाती
पुलक भाव मन में आते हैं, यादें उनकी आती।
खुशियों से दामन को अपने, हर पल ही तुम भरना,
मधुर क्षणों की मीठी यादें, साथ सदा तुम रखना…॥
रोमांचित करने वाले पल, हमको खुश कर जाते,
अभी न जाओ ठहरो कुछ पल, कानों में कह जाते।
निकट रहूँ में सदा तुम्हारे, मन में धीरज धरना,
मधुर क्षणों की मीठी यादें, साथ सदा तुम रखना…॥
तुमको बाँधू मुस्कानों में, आँगन आन विराजे,
अचल रहे अहिवात हमारा, साज अनोखे साजे।
जीवन में सुख की बारिश हो, मन खुशियों से भरना,
मधुर क्षणों की मीठी यादें साथ सदा तुम रखना…॥