मुम्बई (महाराष्ट्र)।
महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी और भवंस कल्चरल सेंटर ने ३ मार्च को प्रख्यात शायर दीक्षित दनकौरी का सम्मान समारोह एवं एकल काव्य पाठ आयोजित किया। इस अवसर पर अध्यक्ष के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार नंदलाल पाठक मंचासीन रहे।
आयोजन में अपने वक्तव्य में साहित्यकार डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय (मुम्बई) ने दीक्षित दनकौरी को दुष्यन्त के बाद हिंदी ग़ज़ल का दूसरा बड़ा शिखर बतलाते हुए कहा कि आप हिंदी ग़ज़ल को लोकतांत्रिक बनाने वाले शायर हैं।आपको सुनना संचित पुण्य का फल पाने जैसा है। आपके शेर अपनी सहजता में अतिशय सटीक एवं पाठकों के दिल में सीधे उतर जाने वाले हैं। इन्होंने अपने समय, समाज और दैनंदिन जीवन के संदर्भों को अपनी शायरी का विषय बनाया है।
पूर्व राज्यमंत्री एवं भाजपा नेता अमरजीत मिश्र, प्रख्यात अभिनेता शैलेष लोढ़ा तथा महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष डाॅ. शीतलाप्रसाद दुबे भी मंच पर उपस्थित रहे। कार्यक्रम में उपस्थित श्रोताओं ने मंत्रमुग्ध होकर एक घंटे तक दीक्षित दनकौरी का ग़ज़ल पाठ सुना।