अजय जैन ‘विकल्प’
इंदौर (मध्यप्रदेश)
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भगत सिंह-राजगुरु-सुखदेव जयंती (२३ मार्च) विशेष…
किया अर्पित,
तन-मन देश को
है बलिदान।
भूलना मत,
यादें इतिहास में
आज ‘भगत।’
देश पहले
सोचा भगत सिंह
मिली आजादी।
‘सुखदेव’ क्यों,
याद नहीं देश को
ये हिंदुस्तान!
जान लुटाई,
आज़ादी शंखनाद
रखना याद।
भारत गढ़,
योगदान सबका
था अनमोल।
फिर बनाओ,
भगत सिंह कोई
देखे जो देश।
हो ‘सुखदेव’,
करे बात सबकी
ऐसा हो वीर।
कैसे भूलेंगे!
‘राजगुरु’ थे वीर
अमर योद्धा।
रक्षा अर्पण,
देश को सर्वस्व
भूलना मत।
जां निकले तो,
रक्त भी बोल पड़े
माटी महान।
तीनों सपूत,
कितना कर गए
रूलाते हमें।
यही प्रार्थना,
अंत तक न भूलें
करें वंदन।
यौवन भूले,
मातृभूमि प्रथम
बड़ा सपूत।
करें प्रयास,
फिर आए ‘भगत’
हो ‘सुखदेव।’
हों शौर्य वीर,
भारत माँ आँगन
हो पैदा लाल।
वीर थे बड़े,
हँसते चले गए
करें प्रणाम॥