सरोजिनी चौधरी
जबलपुर (मध्यप्रदेश)
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अंजनी कुमार हनुमान सदा प्रिय राम दुलारे,
महावीर बलवान सदा सब कष्ट निवारे
हाथ वज्र और ध्वजा लिए प्रभु काज संवारें,
जहाँ विराजें राम, वहाँ पर आप विराजें।
विद्यावान सुजान सदा शुभ-मंगल करते,
बल बुद्धि विद्या देकर सकल क्लेश हर लेते
राम काज कर सीता जी का पता लगाये,
सभी सँवारे काम सियापति के मन भाये।
लगी शक्ति लछिमन को तो पर्वत ले आये,
संजीवनी पिला कर उन्हें फिर होश में लाये
अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता आप कहाते,
भक्ति आपकी करने से प्रभु राम को पाते।
लड्डू समझ के बाल-रवि को आपने खाया,
राम-लखन को बिठा कान्धे सुग्रीव मिलाया।
शंकर के अवतार सदा भक्तों को भाते,
कर अभिवादन श्रद्धा से हम शीश नवाते॥