कोलकाता (पश्चिम बंगाल)।
भारतीय भाषा परिषद ने कलकत्ता में गौरवशाली साहित्यिक सफर के ५० साल पूरे कर लिए हैं। परिषद पिछले ३१ साल से हिंदी के सर्वश्रेष्ठ साहित्यिक मासिक में एक ‘वागर्थ’ पत्रिका का नियमित प्रकाशन कर रही है। इसी श्रृंखला में परिषद १ मई को दोपहर ३ बजे अपनी संस्थापना दिवस के अवसर पर स्वर्ण जयंती मनाएगी।
इसमें पुरस्कार समारोह तथा ‘भारतीयता की अंतर्दृष्टि’ विषय पर देश के प्रसिद्ध लेखकों से पाठकों का संवाद भी होगा। समारोह में गुजराती, तमिल, बांग्ला तथा हिंदी के ४ शीर्षस्थ साहित्यकारों में से प्रत्येक को १ लाख ₹ की पुरस्कार राशि दी जाएगी। अन्य ४ युवा साहित्यकारों को भी सम्मानित किया जाएगा। इस मौके पर ५० साल की यात्रा पर पुस्तिका ‘स्मृति और अंतर्दृष्टि’ का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम में डॉ. शंभुनाथ (निदेशक), घनश्याम सुगला (वित्त मंत्री), आशीष झुनझुनवाला (कार्यकारिणी सदस्य) इत्यादि उपस्थित रहे।