हरिहर सिंह चौहान
इन्दौर (मध्यप्रदेश )
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जीवन और मृत्यु के बीच,
फंसा हुआ है संसार
करता बहुत कुछ अपने लिए,
पर सब है बेकार
क्योंकि ज़िन्दगी संघर्षों की कहानी है।
तपती धूप में पसीना बहा कर,
मेहनत की भट्टी में लोहा गर्म कर
वह ज़िन्दगी में कुछ करने के लिए, आगे बढ़ रहा है
क्योंकि ज़िन्दगी संघर्षों की कहानी है।
कोई भी मनुष्य लाख चतुराई करे,
वह जीवन को बचा नहीं सकता है
कब कैसे क्यों यहाँ पक्षी उड़ जाए अकेला,
कुछ कह नहीं सकते
क्योंकि ज़िन्दगी संघर्षों की कहानी है।
जों सत्य है शाश्वत है वह मृत्यु है
क्योंकि जब बुलावा आयेगा तो यह पिंजरा खाली रहें जाएगा
काया मिट जायेगी धन दौलत यही रहें जाएगा
क्योंकि ज़िन्दगी संघर्षों की कहानी है।
इसलिए जियो ऐसे कि जिंदगी यादगार बने,
खुशियों के हर एक पल में वह सौगात बने।
दुखों से डरो मत तकलीफ में भी मुस्कराओ,
क्योंकि ज़िन्दगी संघर्षों की कहानी है॥