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पांडुलिपि अनुदान योजना: अकादमी लेगी १५ सित. तक आवेदन

भोपाल (मप्र)।

साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश (संस्कृति परिषद्) द्वारा प्रदेश के लेखक की मौलिक प्रथम कृति के प्रकाशन के लिए पांडुलिपि प्रकाशन सहायता अनुदान योजना संचालित है। इसका लाभ लेने हेतु पाण्डुलिपि जमा करने की अंतिम तारीख १५ सितम्बर २०२५ है।
अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे ने बताया कि योजना सामान्य, पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति, अनु. जनजाति व निशक्तजनों के रचनाकारों के लिए अलग-अलग है। योजना के अंतर्गत अकादमी द्वारा प्रति पांडुलिपि २० हजार ₹ का प्रकाशन सहायता अनुदान दिया जाएगा। यह अकादमी द्वारा निर्धारित प्रक्रिया उपरांत प्रतिवर्ष दिया जाता है। अनुदान के लिए पांडुलिपि की एक प्रति टंकित स्पायरल वाइंडिंग में ही स्वीकार की और केवल मध्यप्रदेश के रचनाकारों के लिए है। पांडुलिपि हेतु अकादमी द्वारा स्वीकृति पत्र मिलने पर प्रकाशन के पूर्व पुस्तक की डमी अंतिम परीक्षण के लिए अकादमी को भेजनी होगी, फिर ही प्रकाशन के लिए भेजेंगे।
आपने बताया कि पाण्डुलिपि को अंतिम रूप देते हुए यह ध्यान रखना है कि पाण्डुलिपि में कोई रचना ऐसी न जाए जिससे अकादमी, शासन, राजनीतिक दल एवं किसी व्यक्ति अथवा वर्ग को ठेस पहुँचे, अथवा समर्थन हो।