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आत्मकथा ‘फाँसी’ की अनूदित पुस्तक लोकार्पित

हैदराबाद (तेलंगाना)।

प्रेस क्लब बशीरबाग में राइटर्स एंड जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन तेलंगाना व कवियात्रा के संयुक्त तत्वावधान में लेखक के. राजन्ना की हिंदी में लिखी गई आत्मकथा ‘फाँसी’ की डॉ. कारम शंकर द्वारा अनूदित पुस्तक ‘उरी कंबम नीड़लो’ (तेलुगु) का लोकार्पण सेवानिवृत्त न्यायाधीश मंगारी राजेन्दर ‘जिंबो’ ने किया। अध्यक्षता महाकवि निखिलेश्वर ने की।
निखिलेश्वर ने कहा कि राजन्ना एक अच्छे लेखक के रूप में अपनी आत्मकथा इसलिए लिख पाए, क्योंकि जेल की सज़ा काटते हुए खूब पढ़ाई की। राजन्ना के जेल के अनुभव समाज को सबक सिखाएँगे। उन्होंने मूल लेखक राजन्ना एवं अनुवादक को बधाई दी। श्री राजेंदर ने कहा कि उन्होंने हाल ही में ज़िला सत्र न्यायाधीश से मुलाकात कर यह किताब दी एवं अन्य न्यायाधीशों को भी इसे पढ़ने की सलाह दी। यह किताब न्यायिक व्यवस्था की कमियों को चुनौती देती है और गरीबों व कमज़ोर वर्गों के साथ हो रहे अन्याय को उजागर करती है। वरिष्ठ पत्रकार डॉ. के. श्रीनिवास, संपादक एन. वेणु गोपाल, डॉ. अहिल्या मिश्र, कवि और अतिरिक्त जिलाधीश एनुगु नरसिंहा रेड्डी, एसो. के अध्यक्ष एन. आर. श्याम और डॉ. शंकर ने भी विचार व्यक्त किए।

संचालन डॉ.सी. कामेश्वरी ने किया। श्री राजन्ना के धन्यवाद के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।