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‘विजय दिवस’ अभिमान

सीमा जैन ‘निसर्ग’
खड़गपुर (प.बंगाल)
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शूरवीर भारतीय सेना (विजय दिवस विशेष)…

सदा रहा था, सदा रहेगा,
सिर से पाँव तलक रहेगा
देश पर मर-मिटती सेना पर,
भारत को बड़ा गर्व रहेगा।

‘विजय दिवस’ अभिमान हमारा,
जिसने देश का भाल संवारा
दुश्मनों को धूल चटवाकर,
सबको सुरक्षित दिया किनारा।

ख़ाक में जिसने पाक मिलाया,
बांग्लादेश का उदय कराया।
तिरानवे हजार शत्रु को जबरन,
आत्मसमर्पण की राह दिखाया।

भारत का विश्वास जगाया,
विश्व में ऊँचा नाम बढ़ाया
ताक रहे थे जो भारत पर,
उनके दिल में खौफ जगाया।

भारतीय सेना है न्यारी,
उनमें बसती जान हमारी।
हम करते हैं सदा प्रतिज्ञा,
‘विजयी भव’ सेना हमारी॥