काव्य गोष्ठी…
सोनीपत (हरियाणा)।
प्रभु श्री राधा गोपीनाथ जी महाराज की कृपा से संचालित व सदसाहित्य हेतु कृत संकल्पित कल्पकथा साहित्य संस्था ने देशभक्ति के रंग में रंगी २२८वीं साप्ताहिक काव्य गोष्ठी ‘मेरा रंग दे बसंती चोला’ विषय पर सफलतापूर्वक कराई। ५ घंटे तक चले इस आयोजन में देश के ७ राज्यों के प्रतिष्ठित कवियों ने राष्ट्रप्रेम से ओत-प्रोत रचनाओं से श्रोताओं को भाव-विभोर कर दिया।
संस्था की संवाद प्रभारी ज्योति राघव सिंह ने बताया कि प्रारम्भ में प्रबुद्ध साहित्यकार स्व. श्रीपति रस्तोगी (उप्र) एवं परिवार के सदस्य भगवानदास शर्मा ‘प्रशांत’ (उप्र) की माताजी श्रीमती लौंग श्री देवी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके पश्चात कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ वरिष्ठ साहित्यकार विजय रघुनाथ राव डांगे (नागपुर) द्वारा मनमोहक संगीतमय गुरु वंदना, गणेश वंदना एवं सरस्वती वंदना के साथ किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता प्रख्यात साहित्यकार श्रीमती आनंदी नौटियाल ‘अमृता’ (उत्तरकाशी) ने की। मुख्य अतिथि प्रसिद्ध कवि राजीव रावत (भोपाल) रहे।
कार्यक्रम में वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, जबलपुर, सोनीपत सहित देश के विभिन्न कोनों से कवियों ने भाग लेकर राष्ट्रीय एकता का सशक्त संदेश दिया। इस काव्य पाठ में अवधेश प्रसाद मिश्र ‘मधुप’, राजीव रावत, दिनेश कुमार दुबे, बिनोद कुमार पाण्डेय, ‘अमृता’, राधाश्री शर्मा, गोपाल कृष्ण बागी, श्री डांगे, ‘माणिक’, डॉ. शशि जायसवाल, अमित पण्डा, डॉ. अंजू सेमवाल, पवनेश मिश्र, डॉ. श्याम बिहारी मिश्र, ज्योति प्यासी, डॉ. मंजू शकुन खरे व सुजीत कुमार पाण्डेय आदि ने सहभागिता की। राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ के १५०वें स्मरणोत्सव वर्ष के उपलक्ष्य में संगीतमय गायन भी हुआ।
कार्यक्रम का मंच संचालन आशुकवि भास्कर सिंह ‘माणिक’
(जालौन) ने किया। संस्था की संस्थापिका श्रीमती राधा श्रीशर्मा ने सभी से राष्ट्रप्रेम, एकता और सद्भावना को जीवंत रखने का आह्वान करते हुए आभार व्यक्त किया।