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साहित्यकार डॉ. विकास दवे बने मप्र साहित्य अकादमी के निदेशक

इंदौर(मप्र)।

साहित्य क्षेत्र में इंदौर शहर को एक और गौरव प्राप्त हुआ है,जब साहित्यकार डॉ. विकास दवे को मप्र साहित्य अकादमी का निदेशक मनोनीत किया गया है। राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान में ब्रांड एम्बेसेडर एवं सम्पादक डॉ. दवे को मिली इस जिम्मेदारी से रचनाकार जगत और शहर में भी हर्ष हुआ है।
प्रदेश शासन के संस्कृति विभाग ने राज्यपाल के आदेशानुसार यह नियुक्ति की है। आगामी आदेश तक अकादमी में निदेशक बनाए गए डॉ. दवे इंदौर से प्रकाशित पत्रिका ‘देवपुत्र’ के सम्पादक हैं,साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रख्यात चिंतक एवं विचारक भी हैं। पत्रकारिता से भी नाता रखने वाले डॉ. दवे इंदौर प्रेस क्लब के वरिष्ठ सदस्य के नाते लेखन में सक्रिय हैं,और किसी परिचय की जरूरत नहीं है। हिन्दीभाषा डॉट कॉम (www.hindibhashaa.com) के वरिष्ठ रचनाशिल्पी डॉ. दवे ने हिन्दी साहित्य से ही स्नातकोत्तर सहित एम.फिल. एवं बाल पत्रकारिता पर पी-एच.डी. हासिल की है। केन्द्र सरकार के इस्पात मंत्रालय की केन्द्रीय हिन्दी सलाहकार समिति में सदस्य डॉ. दवे को गत २५ वर्षों से देवपुत्र’ बाल मासिक में सम्पादन का कार्यानुभव है। आपने कई मासिक-साप्ताहिक प्रकाशन आदि में वर्षों तक सम्पादकीय सहयोग निभाया है। ऐसे ही
आपके द्वारा संपादित ग्रंथ-‘कतरा-कतरा रोशनी’(काव्य संग्रह),‘वीर गर्जना’(काव्य संग्रह),‘जीवन मूल्य आधारित बाल साहित्य लेखन’,‘स्वदेशी चेतना’,‘गाथा नर्मदा मैया की’ आदि हैं,जबकि लेखन (पुस्तक प्रकाशित)- में-सामाजिक समरसता के मंत्रदृष्टा:डॉ. आम्बेडकर,भारत परम वैभव की ओर,शीर्ष पर भारत,एकनाथ रानडे सहित दादाजी खुद बन गए कहानी (बाल कहानी संग्रह),पाती बिटिया के नाम (पत्र संग्रह),बाल पत्रकारिता और देवपुत्र के संपादकीय लेख:एक विवेचन (लघु शोध प्रबंध)प्रमुख हैं। ५० से अधिक शोध आलेखों का प्रकाशन एवं विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में १००० से अधिक रचनाओं का प्रकाशन हुआ,जो सतत जारी है। गत २० वर्षों से आकाशवाणी से बालकथाओं एवं वार्ताओं के अनेक प्रसारण सहित देशभर की प्रतिष्ठित व्याख्यानमालाओं एवं राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठियों में१५०० से अधिक व्याख्यान दे चुके श्री दवे म.प्र. शासन की पाठ्यक्रम में नैतिक शिक्षा समाहित करने हेतु गठित सलाहकार समिति में,म.प्र. शासन की पाठ्यक्रम में गीता दर्शन को सम्मिलित करने हेतु गठित सलाहकार समिति में,म.प्र. साहित्य अकादमी के पाठक मंच हेतु साहित्य चयन समिति में भी सदस्य हैं।
सम्मान की बात करें तो इनको बाल साहित्य प्रेरक सम्मान २००५,स्व. भगवती प्रसाद गुप्ता सम्मान २००७,अ.भा. साहित्य परिषद (दिल्ली) सम्मान २०१०,राष्ट्रीय पत्रकारिता कल्याण न्यास(दिल्ली) सम्मान २०११,स्व. प्रकाश महाजन स्मृति सम्मान २०१२,स्व. श्री धर्मचन्द जैन स्मृति सम्मान वर्ष २०१२,पं. दीनदयाल उपाध्याय युवा पत्रकारिता सम्मान २०१३,बाल साहित्य जीवन गौरव सम्मान २०१८,स्व.पं. विश्वनाथ मेहता स्मृति श्रेष्ठ पत्रकारिता सम्मान २०२० तथा साहित्य क्रांति अलंकरण २०२० आदि मिले हैं।
इस मनोनयन पर आपको हिन्दीभाषा डॉट कॉम के संस्थापक-सम्पादक अजय जैन ‘विकल्प’,सह-सम्पादक श्रीमती अर्चना जैन, संयोजक-सम्पादक डॉ. सोनाली नरगुंदे एवं मार्गदर्शक डॉ. एम.एल. गुप्ता ‘आदित्य’ महाराष्ट्र )सहित हिन्दीभाषा परिवार ने भी शुभकामनाएँ प्रेषित की हैं।

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