श्री राम अवतार
श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* आज चंद्रमा सूर्य भी खुश हुए,आकाश पवन सब हर्षित हुएबिना दीप जले रोशनी छाई,हर्षित हैं अवध के बहन-भाई। हो गई पावन पुण्य वसुन्धराप्रभु राम के पग…
श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* आज चंद्रमा सूर्य भी खुश हुए,आकाश पवन सब हर्षित हुएबिना दीप जले रोशनी छाई,हर्षित हैं अवध के बहन-भाई। हो गई पावन पुण्य वसुन्धराप्रभु राम के पग…
विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ इस बड़े संसार में माँ,तू मुझे हर बार लाईदूं तुझे या स्वयं को दूं,जन्म दिन की शुभ बधाई। यह धरा जितनी बड़ी है,है गगन जितना असीमितसिंधु की गहराई…
ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** रश्क करती रूह ये आसार थे,भूतिया सूने महल झनकार थी। बात ये मासूम बचपन की रही,तब दिलेरी दोस्त कारोबार था। ख़ौफ का आलम न पूछो जाने दो,मौत…
नीलम तोलानी 'नीर'इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** रामनवमी विशेष... पुण्य से भाग्य से, रामजी आ रहे।नव्यनिर्माण के, गीत हम गा रहे॥ जग करे आरती, राम के नाम की,मंत्र है तंत्र है, शक्ति ये राम…
संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** जब मेहंदी की बागड़ सेगुजरता,मेहंदी के फूलों की खुशबूमदमस्त कर देती दिमाग को।मेंहंदी की बागड़ कोउजाड़पन देकर,पत्तियों को ले गया कोईसूखी पत्तियों को पीसकर,दे गया हाथ-पैरों में…
डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)************************************** भ्रष्टाचार अब होगया है शिष्टाचार,इसके बिना नहींहोता उद्धार। काम सही हो या गलतइससे कोई फर्क नहीं पड़ता,बिना लेन-देन केआपका काम आगे नहीं बढ़ता। सरकारी कर्मचारी…
डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* रामनवमी विशेष... पुनीत दिवस 'रामनवमी' जनम लिए प्रभु राम,गोस्वामी तुलसी जी रामचरित गावत प्रभु रामबाल रूप में मोहे रघुराई माताएं पिता निहाल,ठुमक-ठुमक चलते हैं ललना…
डॉ.अशोकपटना(बिहार)********************************** जिंदगी के सफ़र में आगे बढ़तेरहने के लिए,एक मजबूत इरादों से भरपूरजज्बा और जुनून,बेशक जरूरी हैयह वक्त का दस्तूर,अरसे से चली आ रहीरस्म अदायगी के लिए,बन चुकी मजबूरी है।…
डॉ.अशोकपटना(बिहार)********************************** यह दान नहीं,जिंदगी की नई शुरुआत हैमानवीय मूल्यों का उन्नत संस्कार संग,एक खूबसूरत आत्मसात है। यह सामाजिक समरसता को,शीर्ष स्थान दिलाने के साथ-साथअहम् त्याग की सीख और,सुख की बातें…
राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** अपनी-अपनी जान बचाकर हमें छोड़कर भाग गए,खुद को तीसमार खां कहने वाले, डरकर भाग गएअपनी पत्नी-माँ-बहनों को हैवानों को सौंप गए।,अपने ही...अपनों के कलेजे में, क्यों छुरियाँ…