पहला कदम ‘लक्ष्य’ संकल्प

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* बढ़े राह पहला कदम, अटल लक्ष्य संकल्प।आलस की दुनिया तजो, पौरुष नहीं विकल्प॥ सोच समझ रखना कदम, राह बहुत संताप।मत फिसले दुर्गम शिखर, हो पछतावा आप॥ डिगे नहीं पहला कदम, सोच समझ आरोह।ओज धैर्य साहस सबल, टूट समझ अवरोह॥ कदम-कदम बढ़ते प्रथम, पौरुषेय सच चाह।शान्ति प्रेम समरस हृदय, मिले … Read more

गीता ज्ञान-नित कर्म

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* कहता गीता ज्ञान है, करे मनुज नित कर्म।सदा सत्य पक्ष का पक्ष ले, यही आज हो धर्म॥ कदम न रख पीछे कभी, करता चल संघर्ष।गीता का यह ज्ञान है, चिंतन रख नित वर्ष॥ चलें सतत नव राह पर, कहता गीता ज्ञान।हरें पाप, संताप को, हो जीवन का मान॥ नवल चेतना धारकर, … Read more

गढ़ो जीवन व्यवहार

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* गढ़ो रूप जीवन सुपथ, संकल्पित हो ध्येय।सद्विचार व्यवहार ही, पौरुष सफल सुगेय॥ सदाचरण जीवन चले, अपनापन व्यवहार।मर्यादित मृदुभाष ही, रिश्तों का आधार॥ खिले सुपथ सुरभित चमन, आपस में व्यवहार।कटती बाधाएँ विपद, जीवन हो गुलज़ार॥ सत्य मधुर सम्बन्ध जग, आलोकित व्यवहार।मार्ग सुगम हो लक्ष्य पथ, संस्कार आचार॥ निर्मल अन्तर्मन चरित, … Read more

जग में कोई नहीं तुम जैसा

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** श्री शिवाय नमस्तुभ्यम… मन से मिटे विकार सब, शुद्ध बने यह देह।हे भोले करना कृपा, मिले आपका स्नेह॥ मिले आपका स्नेह प्रभु, हे शिव भोलेनाथ।जीवन मेरा धन्य हो, रखना सिर पर हाथ॥ रखना सर पर हाथ प्रभु, हे शिव शक्ति महान।इस जग में कोई नहीं, तुम जैसा भगवान॥ तुम जैसा … Read more

मकर राशि उत्सव प्रथम

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* मकर संक्रांति विशेष…. पौष मास संक्रान्ति में, करे सूर्य धनु त्याग।मकरराशि उत्सव प्रथम, पुण्य अतिथि अनुराग॥ मकर संक्रान्ति दिवस शुभ, पर्व सनातन धर्म।सदा चतुर्दश जनवरी, परम्परा सत्कर्म॥ बिहू या लोहड़ी कहीं, है पोंगल त्यौहार।कहीं तिल संक्रान्ति यह, दधि चूड़ा आहार॥ शस्य श्यामला खेत है, फसलों से आबाद।खुशियाँ फैले देश … Read more

ग्रन्थ रत्न अनमोल

डॉ.एन.के. सेठी ‘नवल’बांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* ग्रन्थ रत्न अनमोल हैं, मिलता इनसे ज्ञान।पढ़कर इनको हम सभी,बनते हैं विद्वान॥ पढ़ें ग्रन्थ अध्यात्म के, जीवन करें  सुधार।अपनाएं सन्मार्ग को, हो जाएं भव पार॥ मानस तुलसी का पढ़ें, मर्यादा लें जान।ग्रंथों में जो रत्न सम, करें सभी सम्मान॥ कर्मों का विज्ञान है, गीता ग्रंथ महान।जीवन के हर दुःख का, … Read more

स्वामी जी संस्कारों की शान

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* स्वामी जी थे युगपुरुष, संस्कारों की शान।जो कायम करके गए, गति-मति के सँग आन॥ विश्व सभा में छा गए, फैलाया आलोक।मूल्य सनातन की चमक, कौन सकेगा रोक॥ युवा चेतना की दमक, युगों रहे बन इत्र।समझ रहे हैं हम सभी, बनकर मानव मित्र॥ आज जयंती पर दिखा, फिर से नवल विवेक।आओ! हम … Read more

भोले, सुन मन की बात

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** श्री शिवाय नमस्तुभ्यम… भोले कृपा निधान सुन, मेरे मन की बात।जपता हूँ मन से तुझे, ओम् नमः दिन-रात॥ ओम् नमः दिन-रात प्रभु, लेता हूँ मैं नाम।हे भोले करना कृपा, मिले मुक्ति का धाम॥ मिले मुक्ति का धाम प्रभु, सदा लगाऊँ ध्यान।शम्भु-शिवादेवी तुम्हीं, दो जीवन वरदान॥ दो जीवन वरदान अब, शिव … Read more

प्यारी हिंदी

डॉ. संजीदा खानम ‘शाहीन’जोधपुर (राजस्थान)************************************** हिंदी हमारी जान है हिंदी हमारी शान।हिंदी से ही ऊँचा नाम है हिंदी से संवरे काम॥ हिंदी विश्ववास बढ़ाती हिंदी सम्मान दिलाए।हिंदी जगदर्शिका है हिंदी ही मार्ग बताए॥ हिंदी की बिंदी है सुंदर हिंदी है खुशहाल,हिंदी भाषा है हमारी हिंदी ही अभिलाषा॥ हिंदी मेहनत की रानी है हिंदी ही महारानी।शिक्षा … Read more

निराकार साकार प्रभु

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* निराकार साकार प्रभु, गुण निर्गुण अस्तित्व।भजे मनुज जिस रूप में, दिखे ईश व्यक्तित्व॥ लीलाधर लीला मधुर, सगुण रूप साकार।नर-नारी बहु रूप में, लेते हैं अवतार॥ निराका परमात्मा, अन्तर्मन अनुभूत।गाओ जिस भी रूप में, भक्ति प्रेम सम्पूत॥ ब्रह्म विष्णु शिव एक ही, हैं त्रिदेव अवतार।सर्जन पालन सत्य जग, पापों का … Read more