नेता और कुर्सी
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* नेता कुर्सी पर लदा, सुख का करता भोग।नेता जन के तंत्र का, बहुत बड़ा है रोग॥ नेता से वादे झरें, बाहर आता झूठ।खड़ा हुआ है नीति का, केवल अब तो ठूँठ॥ नेता नाटक नित करे, बने संत का बाप।छिनती कुर्सी तब ‘शरद’, छिन जाता सब ताप॥ नेता लोभी, स्वार्थमय, कपटी अरु … Read more