बैसाखी है चेतना

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* बैसाखी सिखपर्व है, खुश होता पंजाब।सिख गुरुओं की आन यह, रखता है जो आब॥ मस्ती है,आनंद है, बैसाखी है नाच।खुशियों की सौगात है, बैसाखी को बांच॥ बैसाखी अन्नोत्सव, फसल रबी आगाज़।हर जट्टा मदमस्त हो, दिखलाता अंदाज़॥ बना खालसा दल प्रखर, रक्षित करता धर्म।कहे पर्व करते रहो, सदाचारमय कर्म॥ जलियांवाला बाग़ की, … Read more

रहे आचरण निष्कलुष

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* रहे आचरण निष्कलुष, तो आता मधुमास।अपनाकर पावन चलन, मानव बनता ख़ास॥ होना अच्छा आचरण, है विशिष्टता-रूप।जिससे खिलती चाँदनी, बिखरे उजली धूप॥ जिनका सँवरा आचरण, वे देते उजियार।द्वेष,कपट सब दूर हों, होती तब जयकार॥ अंतर्मन में नम्रता, अधरों पर मृदु बोल।बिना दोष का आचरण, होता है अनमोल॥ रीति,नीति हमसे कहें, सदा आचरण … Read more

भोलेनाथ

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** पशुपति भोलेनाथ हे, हृदय विराजो आप।मैं बालक लाचार हूँ, दूर करो सन्ताप॥ मेरी विनती को सुनो, आया लाठी टेक।तुम बिन दूजा कौन है, देवों में तुम एक॥ विषधर काले नाग से, हमें बचाओ आप।औघड़दानी शम्भु शिव, मेटो जग के ताप॥ हे देवा रक्षा करो, मेरे शंकर नाथ।आया तेरे द्वार पर, … Read more

गाँव बहुत नेहिल लगें

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* गाँव बहुत नेहिल लगें, लगते नित अभिराम।सब कुछ प्यारा है वहाँ, सृष्टि-चक्र अविराम॥ सुंदरता है गाँव में, फलता है मधुमास।जी भर देखो जो इसे, तो हर ग़म का नाश॥ सुंदर हैं नदियाँ सभी, भाता पर्वतराज।वन-उपवन मोहित करें, दिल खुश होता आज॥ हरियाली है गाँव में, गूँजें मंगलगान।प्रकृति सदा ही कर रही, … Read more

बाबा साहब श्रेष्ठ

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* बाबासाहब श्रेष्ठ थे, किया उच्चतर काम।जिनके संग हरदम रहें, गौरवमय आयाम॥ संविधान का कर सृजन, दी हमको पहचान।बाबासाहब दे गए, हमको चोखी शान॥ बाबासाहब ज्ञान थे, रखा हमारा मान।विधि में हम आगे बढ़े, हुए पूर्ण अरमान॥ संसद के गौरव बने, सामाजिक उजियार।बाबासाहब ने दिया, मानवता का सार॥ बाबासाहब चेतना, जन-जन के … Read more

मेरे भोलेनाथ

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** नन्दी बैल सवार शिव, गौरा माता साथ।चले धाम कैलाश को, मेरे भोले नाथ॥ मेरे भोलेनाथ प्रभु, विनती कर स्वीकार।हर संकट बाधा हरो, आया तेरे द्वार॥ मेरे मन की कामना, सुन लो भोलेनाथ।दर्शन की आशा लिए, जोड़ूँ दोनों हाथ॥ शंकर के दरबार में, जाकर देखो आप।मिट जाएँगे कष्ट सब, जपो ॐ … Read more

सत्य अहिंसा मूर्ति

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* महावीर जयंती विशेष… सत्य अहिंसा मूर्ति जो, ओत-प्रोत तप योग।चौबीस तीर्थंकर प्रभो, तजे जगत सुखभोग॥ धीर विनय त्रिशला तनय, नाम रखा सिद्धार्थ।राजपुत्र तज राज्य को, चला ख़ोज सत्यार्थ॥ वर्द्धमान अतिवीर कुल, महावीर मतिमान।वैशाली जन्मे प्रभो, गाँव बसाढ़ महान॥ शुक्ल त्रयोदश चैत्र में, क्षत्रिय वंश कुमार।ईसापूर्व छठी सदी, जन्मे प्रभु … Read more

राम नाम यशगान

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* राम नाम है वंदगी, राम नाम यशगान।राम नाम सुख-चैन है, नित्य धर्म का मान॥ राम नाम तो ताप है, राम नाम में साँच।राम नाम यदि संग तो, कभी न आती आँच॥ राम नाम सुख से भरा, राम नाम रसधार।राम नाम आराध्य तो, महके नित संसार॥ राम मोक्ष हैं,दिव्य हैं, जग के … Read more

सुमिरन शिव नाम

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** श्री शिवाय नमस्तुभ्यम (भाग-२)… इक लोटा जल ले चलो, बेल पत्र भी साथ।करो समर्पित प्रेम से, खुश फिर भोलेनाथ॥ शिव शंकर आराधना, करो सुबह अरु शाम।महादेव आशीष से, बनते बिगड़े काम॥ शिव महिमा गुणगान में, बीते उम्र तमाम।तन मेरा कैलाश हो, मन मेरा शिव धाम॥ डमरू की आवाज से, गूँज … Read more

तज दो मदिरापान

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* तज दो मदिरापान तुम, वरना हो अवसान।मदिरा से दूरी रहे, तब ही हो उत्थान॥ बहुत बड़ा अभिशाप है, यह जो मदिरापान।तन को जो दूर्बल करो, हर लेता सम्मान॥ मदिरापानी लोग तो, होते हैं नाकाम।जीवन मुरझाता सदा, असमय आती शाम॥ धन हर लेता,रोग दे, मदिरा करती नाश।जागें सारे लोग अब, समझें-बूझें काश॥ … Read more