करो सामना

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* जुमलों से बँधती सदा, झूठ-मूठ की आस।जुमलों से होता नहीं, कोई कभी विकास॥ कहने-सुनने की नहीं, करना कुछ परवाह।जिसकी हो करनी भली, उसकी हरसू…

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निश्चय में इक शक्ति

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* शक्ति नवल इक चेतना, शक्ति दिव्यता-रूप।जिसमें शीतल चाँदनी, है दिनकर की धूप॥ बिना शक्ति संकल्प ना, नहिं जीवन अभिराम।शक्ति-संग गतिशीलता, मिलते नव आयाम॥ निश्चय में इक…

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बरसे अमृत धरा तले

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* शरद पूर्णिमा विशेष... धवल चंद्र की चंद्रिका, शरद पूर्णिमा रात।बरसे अमृत धरा तले, स्वस्थ रखे हर गात॥ खीर बनाएं रात में, रखें चंद्रिका बीच।औषध युक्त बनाइए,…

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भक्ति-भाव पूजन करें

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) *********************************************** सप्त दिवस नवरात्रि शुभ, कालरात्रि आह्वान।भक्ति भाव पूजन करे, मिले अभय वरदान॥ गंगाजल अक्षत कुसुम, पंचामृत सह गन्ध।कालरात्रि पूजा करें, कटे आपदा बन्ध॥ कालरात्रि…

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नियम अटल, करिए मान

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* नियमबद्ध कविता लिखें, करें न कोई भूल।पढें कभी विद्वान जन, हिय में चुभे न शूल॥ करो नियम की पालना, जीवन में सब लोग।वरना घेरेंगे हमें, भांति-भांति…

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अनुशासन है विजय

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* अनुशासन का है नहीं, किंचित यहां विकल्प।अनुशासन को मानना, आगत का संकल्प॥ अनुशासन को मानकर, मानव बने महान।अनुशासन संकल्प है, जो लाता सम्मान॥ अनुशासन है चेतना,…

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कर्म कर इंसान

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** दया धर्म का मूल है, यह गीता का ज्ञान।फल की चिंता छोड़कर, कर्म करो इंसान॥ करो कभी चिंता नहीं, चिंता चिता समान।करने देती कुछ नहीं,…

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समझ-बूझ लें

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* विजयादशमी विशेष... विजयादशमी पर्व है, अहंकार की हार।नीति,सत्य अरु धर्म से, पलता है उजियार॥ मर्यादा का आचरण, करे विजय-उदघोष।कितना भी सामर्थ्य पर, खोना ना तुम होश॥…

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माँ सिद्धिदात्री भगवती

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) *********************************************** माँ सिद्धिदात्री भगवति, नवदुर्गे नवशक्ति।सती अम्ब सुर तेजस्विनि, पूजूॅं सादर भक्ति॥ रिद्धि सिद्धिदात्री जगत, करुणानिधि जगदम्ब।सर्व मंगला आरती, तू जीवन अवलम्ब॥ सकल मनोरथ कामना,…

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हो जाओ इंसान

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* नफ़रत खातिर बन रहे, आखिर क्यूँ हैवान।नफ़रत सारी भूल कर, हो जाओ इंसान॥ रहना है गर देश में, ढूंढो तब आधार।जाना है गर देश…

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