मधुर मकर संक्रांति

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* आओ मुँह मीठा करो,गुड़, तिल खाओ जान।संबंधों में नेह हो, है संक्रांति महान॥ प्रेम बढ़े हम लोग का, मेला घूमें आज।तू मेरे,मैं दिल तिरे, कर लें हरदम राज॥ सूर्यदेव की वंदना, से जीवन में हर्ष।मिलन, नेह अब रोक ना, तभी फलेगा वर्ष॥ गंगा तट पर हम मिलें, करने पावन नेह।दो दिल … Read more

हर संकट में साथ

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** जय श्री कृष्ण (भाग-२)… मधुर बजाते बाँसुरी, मधुबन में श्री श्याम।गैया-बछड़े साथ में, गोपी गोप तमाम॥ मोर पंख सिर पर मुकुट, लिए बाँसुरी हाथ।मंद-मंद मुख पर हँसी, श्यामल दीनानाथ॥ गीता के उपदेश से, जीवन का उद्धार।भवसागर से कृष्ण ही, करते नैया पार॥ अंतर्मन में वास हो, हे प्रभु दीनानाथ।तेरे चरणों … Read more

हिंदी हमारा गौरव

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* हिंदी की बिंदी… हिंदी नित आगे बढ़े, यही आज अरमान।हिंदी का उत्थान हो, यही फले वरदान।हिंदी की महिमा अतुल, जाने सारा विश्व,हिंदी का गुणगान हो, हिंदी का यशगान॥ हिंदी का अभिषेक हो, जो देती उजियार।हिंदी का विस्तार हो, जो हरती अँधियार।हिंदी तो सम्पन्न है, मंगल का है भाव,हिंदी को पूजे सदा, … Read more

कर्म डगर मत भूलना

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** जय श्री कृष्ण (भाग-२)… भाग्य बदलते कर्म से, कर्म करो इंसान।हर संकट बाधा कटे, सुमिर कृष्ण भगवान॥ याद करूँ पल-पल जिसे, वो मेरे घनश्याम।चैन नहीं प्रभु के बिना, जीवन उसके नाम॥ सकल चराचर जीव में, है तेरा प्रभु वास।नचा रहा धर ऊँगली, जैसे वन में रास॥ है तुमसे अरदास प्रभु, … Read more

हो स्वागत नववर्ष

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ********************************************************************** नया सबेरा शुभ किरण, नया साल नवरंग।बढ़े प्रेम शान्ति जगत, पौरुष जलधि तरंग॥ लोभ घृणा मन छल कपट, जंगल बना जहान।दहक रहा आतंक से, मानवता अवसान॥ भूलो बाइस साल को, हो स्वागत नववर्ष।विभव सुयश मंगल सुखद, प्रीति नीति उत्कर्ष॥ राजनीति दंगल बना, जंगल बना है आज।पद सत्ता जिजीविषा, कहाँ … Read more

मंगल कामना

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* नया उजाला-नए सपने… शुभ नव मंगल कामना, सुखमय हो नववर्ष,अंतर मन उल्लास हो, जीवन हो नित हर्ष।दुख सुख सह आगे बढ़े, यही प्रार्थना आज-स्वथ्य देह निर्मल हृदय, होवे तन प्रतिवर्ष॥ मृदुवाणी स्वर मधुर हो ,स्वप्न रहे साकार,सुखमय जीवन आपका, धरें हृदय में प्यार।मानवता का पथ रहे, ऐसा हो शुभ ध्येय-मनुज मनुज … Read more

मन बेचैन

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** जय श्री कृष्ण (भाग-२)… तुमसे मिलने को सदा, मन रहता बेचैन।आओ प्यारे साँवरे, राह तके निज नैन॥ हृदय कुंज में पग धरो, पावन हो यह देह।नित्य साधना मैं करूँ, बरसाओ प्रभु नेह॥ मुरली की धुन सुन सखी, राधा रहि सकुचाय।सुध बुध अपनी भूल कर, कान्हा पीछे धाय॥ समझाया श्री कृष्ण … Read more

लोकतंत्र-वंदना

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* लोकतंत्र के मूल्य का, हम करते सम्मान।तत्पर रह पूरा करें, हर जन के अरमान॥ भारतीय जनतंत्र की, सकल विश्व में शान।जन-गण-मन का हो रहा, हर पल नित गुणगान॥ जब से पाया देश ने,चोखा, प्रखर विधान।सम्प्रभु बनकर कर रहे, हम निज का यशगान॥ अंग्रेज़ों पर वार कर,हम हो गए स्वतंत्र।संविधान का पा … Read more

प्रभु पर कर विश्वास

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** जय श्री कृष्ण (भाग-२)… कृष्ण नाम सुमिरन करो, देते शुभ फल चार।इनके पुण्य प्रताप से, कर्म करें संसार॥ कर्म योग के ज्ञान से, जन-जन का उद्धार।तन मन से श्री कृष्ण को, जो करते स्वीकार॥ लाभ-हानि को छोड़ कर, प्रभु पे कर विश्वास।जो जन करते कर्म को, पूरी होती आस॥ भक्ति … Read more

ध्यान रहे निज कर्म पर

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** जय श्री कृष्ण (भाग-२)… ध्यान रहे निज कर्म पर, फल में ना आसक्ति।चिंता छोड़ो ईश पर, यही कृष्ण की भक्ति॥ कृष्ण सदा कहते यही, रहो अडिग निज कर्म।मानव जीवन श्रेष्ठ है, करो आचरण धर्म॥ माखन मिस्री हाथ में, लिए कृष्ण भगवान।शोभा अति न्यारी लगे, खाते कृपा निधान॥ कालिंदी के घाट … Read more