हमारी धरोहर

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* खड़े भवन जो आज भी,कहते वे इतिहास।कला-विरासत को लिए,देते सुख-अहसास॥ दिखती जिनमें श्रेष्ठता,होता गौरव-बोध।ढूँढ़-ढूँढ़कर कर रहे,पढ़ने वाले शोध॥ कहीं महल,तो दुर्ग हैं,मंदिर-मस्जिद रूप।खंडहरों में हैं छिपी,बीते युग की धूप॥ नालंदा की भव्यता,संस्कार का नूर।विश्वगुरू हम थे प्रखर,विद्या से भरपूर॥ कितना स्वर्णिम था कभी,जानें आप,अतीत।उसने यश,गौरव रचा,गया ‘शरद’ जो बीत॥ खंडहरों … Read more

धरती माँ करुणामयी

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* पृथ्वी दिवस विशेष…. धरती माता पालती,संतति हमको जान।धरती माता के लिए,बेहद है सम्मान॥ अवनि लुटाती नेह नित,करुणा का प्रतिरूप।इसकी पावन गोद में,सूरज जैसी धूप॥ वसुधा का संसार तो,बाँटे सुख हर हाल।हवा,नीर,भोजन,दुआ,पा हम मालामाल॥ धरा-गोद में बैठकर,होते सभी निहाल।मैदां,गिरि,जंगल सघन,सुख को करें बहाल॥ हरियाली के गीत नित,गाती वसुधा ख़ूब।हम सबको आनंद … Read more

किया ज्ञान का मान

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* महावीर जयंती विशेष… महावीर भगवान ने,किया ज्ञान का मान।सत्य,अहिंसा बन गये,हम सबकी पहचान॥ महावीर जी चेतना,एक अटल विश्वास।महावीर जी शान थे,जन-जन की नित आस॥ महावीर जी थे प्रखर,हम सबका अभिमान।नैतिकता का कर सृजन,किया सतत् उत्थान॥ महावीर जी कर्म थे,पूरे अनुसंधान।महावीर जी धर्महित,मानवता के प्राण॥ महावीर जी ने किया,नवल एक उद्घोष।महावीर … Read more

बाबा साहब बन गए सबकी पहचान

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* डॉ.आम्बेडकर जयंती विशेष… बाबा साहब ने दिया,हमको प्रखर विधान।बाबा साहब बन गये,हम सबकी पहचान॥ बाबा साहब चेतना,एक अटल विश्वास।बाबा साहब शान थे,जन-जन की आस॥ बाबा साहब मान थे,हम सबका अभिमान।संविधान का कर सृजन,किया सतत् उत्थान॥ बाबा साहब कर्म थे,पूरे अनुसंधान।बाबा साहब देशहित,मानवता के प्राण॥ बाबा साहब ने किया,नवल एक उद्घोष।बाबा … Read more

करो नाश खल

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ********************************************* जय गौरी जगदम्बिके,दुर्गति हर तू लोक।नवदुर्गे हर पाप जन,रोग शोक तम शोक॥ अष्ट सिद्धि नौ निधि जगत,दात्री तू जगदम्ब।क्षमा शील करुणामयी,मुक्ति मार्ग अवलम्ब॥ माता रुद्राणी शुभा,वृषवाहन आरोह।महातिमिर हर मातु हिय,भवसागर मद मोह॥ देवासुर नर पूज्य नित,हिमजा गौरव मान।जगजननी रम्या शिवे,दे भक्ति प्रेम सम्मान॥ जगतारिणि अम्बे कृपा,करो मनुज कल्याण।कोरोना से … Read more

माँ दर्शन दो,करो निहाल

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* नवरात्रि विशेष…. दुर्गा माँ तुम आ गईं,हरने को हर पाप।संभव सब कुछ आपको,तेरा अतुलित ताप॥ बढ़ता ही अब जा रहा,जग में नित अँधियार।फैला दो माँ वेग से,तुम अब फिर उजियार॥ भटका है हर आदमी,बना हुआ हैवान।हे माँ! दे दो तो ज़रा,तुम विवेक का मान॥ सद्चिंतन तजकर हुआ,मानव गरिमाहीन।दुर्गा माँ दुर्गुण … Read more

मतलब

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* मतलब का संसार है,स्वार्थ भरे सब लोग।बिना स्वार्थ कुछ भी नहीं,यही जगत का रोग॥ कलियुग में करते सभी,मतलब से ही प्रीति।स्वारथ के रिश्ते सभी,यही यहाँ है रीति॥ मतलब को ही देखकर,करते सब व्यवहार।मतलब से ही बोलते,यही जगत का सार॥ करता अब कोई नहीं,बिना स्वार्थ के प्रीत।सभी मतलबी हो गए,होता यही प्रतीत॥ … Read more

राम नाम यशगान

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* श्रीराम नवमी-१० अप्रैल विशेष… राम नाम है बंदगी,राम नाम यशगान।राम नाम सुख-चैन है,राम नाम उत्थान॥ राम नाम में ताप है,राम नाम में साँच।राम नाम हो संग तो,नहिं आती है आँच॥ राम नाम सुख से भरा,राम नाम रसधार।राम नाम के तेज से,महके नित संसार॥ राम मोक्ष हैं,दिव्य हैं,जग के पालनहार।राम शरण … Read more

पिता का संघर्ष

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* पिता कह रहा है सुनो,पीर,दर्द की बात।जीवन उसका फर्ज़ है,नहिं कोई सौगात॥ संतति के प्रति कर्म कर,रचता नव परिवेश।धन-अर्जन का लक्ष्य ले,सहता अनगिन क्लेश॥ चाहत यह ऊँची उठे,उसकी हर संतान।पिता त्याग का नाम है,भावुकता का मान॥ निर्धन पितु भी चाहता,सुख पाए औलाद।वह ही घर की पौध को,हवा,नीर अरु खाद॥ भूखा … Read more

रहना सतर्क

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* अफ़वाहों का जोर है,रहना सभी सतर्क।सत्य बात जाने बिना,करना नहीं कुतर्क॥ दुश्मन हैं जो देश के,फैलाते अफवाह।लड़ते सीधे लोग हैं,उनको क्या परवाह॥ राजनीति में फैलता,अफवाहों का रोग।दीमक सम खा जायगा,सम्भले यदि न लोग॥ झूठ और अफवाह पर,करो नहीं विश्वास।सदा सत्यता जानकर,रोको जग का त्रास॥ फैलाए अफवाह जो,रहना उससे दूर।एकसाथ मिलकर रहों,खुशी … Read more