‘रेणु’ आँचलिकता शिखर

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर (मध्यप्रदेश)****************************************** फणीश्वर नाथ 'रेणु' जन्म जयंती (४ मार्च) विशेष... 'रेणु',आँचलिक साहित्यकारखटके सत्ता आँखउकेरा गाँवअद्भुत। 'रेणु',फणीश्वर नाथसिखाई आँचलिकता,अमर शिल्पीसाहित्य। 'रेणु',जन्मे पूर्णियारचा 'मैला आँचल',नयी पौधइतिहास। 'रेणु',आँचलिकता शिखरअमेरिकी विवि शोध'राष्ट्र…

Comments Off on ‘रेणु’ आँचलिकता शिखर

रस टपके शिव नाम का

प्रीति तिवारी कश्मीरा ‘वंदना शिवदासी’सहारनपुर (उप्र)********************************** अगाध श्रद्धा शिव-शंभू पर शिव की कृपा से होय,दुखिया रोवे रात-दिन पर कृपा पाय कोय-कोय। शिव-शिव शिव-शिव करती रसना रस टपके शिव नाम का,पावन…

Comments Off on रस टपके शिव नाम का

अब स्वार्थ अनुबंध

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* शहंशाह की चाहतें, जनता नेता लोग।मर्यादा औचित्य अब, बचे कहाँ पद भोग॥ बने अनैतिक कार्य लखि, तमाशबीन समाज।उदासीन सरकार भी, कहाँ उठे आवाज़॥ नींद…

Comments Off on अब स्वार्थ अनुबंध

नि:शब्द प्रेम

डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* मौन रहकर भी,बहुत कुछ कह गयातुम्हारा निश्छल प्रेम,आँखों से बह गया। लब हिले पर शब्द,मुँह में ही रह गएजो कहना था,नयनों से बयां हो गया। क्यों…

Comments Off on नि:शब्द प्रेम

तू आगे बढ़

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ उम्मीद के दामन को थामे,तू ज़िंदगी की जंग लड रही हैतू सुंदर है, कोमल भी पर तू शक्ति स्वरूपा,झुकना तेरे बस में नहीं, बस तू…

Comments Off on तू आगे बढ़

दुखों को तुम याद करो ना…

डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’इन्दौर (मध्यप्रदेश )******************************************* मधुर क्षणों की मीठी यादें, साथ सदा तुम रखना।दुखों को अब तुम याद करो ना, आँखें नम न करना॥ रात चाँदनी खिलती है, आसमान पर…

Comments Off on दुखों को तुम याद करो ना…

दर्द सीने में

डॉ. संजीदा खानम ‘शाहीन’जोधपुर (राजस्थान)************************************** दर्द सीने में है जज़्बात का, कैसे रोकूं,सिलसिला है यही हर रात का, कैसे रोकूं। रोज़ आता है ख्यालों में वही चेहरा फिर,एक रेला-सा है…

Comments Off on दर्द सीने में

धन्य हुई माँ पार्वती

संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)****************************** तीनों लोक के स्वामी, ओ! दुनिया के पालनहार,पुरुषार्थ के आद्य प्रणेता, त्रिभुवन शिव सृजनकारप्रचंड पराक्रमी शिव शम्भो, रग-रग के ओमकार,तुम-सा श्रेष्ठ कौन हो सकता! दे सकता…

Comments Off on धन्य हुई माँ पार्वती

उस पार… एक विलक्षण दुनिया

भागचंद ठाकुरकुल्लू (हिमाचल प्रदेश)******************************************** एक विलक्षण दुनिया,मनाली-लेह राजमार्ग पर दिखता है अटल टनल का मनमोहक नज़ारा,इसकी एक झलक पाने के लिए चला आता है जग सारापीर पंजाल श्रृंखला में बने…

Comments Off on उस पार… एक विलक्षण दुनिया

वन-उपवन लहराए

सरोज प्रजापति ‘सरोज’मंडी (हिमाचल प्रदेश)*********************************************** सृष्टि रचयिता हो मस्त मगन,छटा बिखेर सर्वत्र लग्नकण-कण विराट स्वरूप,सृजन करता ध्यान मग्न। ऋतु सर्दी में सहमी धरा,लोहित तृण से झांकीपतझड़ में निज पत्र खोए,किसलय…

Comments Off on वन-उपवन लहराए