जीवन नश्वर, फिर क्यों अभिमान ?
डॉ.एन.के. सेठी ‘नवल’बांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* रचनाशिल्प:सगण × ८+१... यह जीवन नश्वर है सबका, फिर क्यों करना इस पे अभिमान।जग में जिसने तन धार लिया, उसका तय निश्चित है अवसान।जग की…
डॉ.एन.के. सेठी ‘नवल’बांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* रचनाशिल्प:सगण × ८+१... यह जीवन नश्वर है सबका, फिर क्यों करना इस पे अभिमान।जग में जिसने तन धार लिया, उसका तय निश्चित है अवसान।जग की…
हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ दूर तक फैला हुआ यह पेड़,अपनी छाँव में सभी को समाहित कर रहा हैयह बड़ी-बड़ी झाड़ियों व टहनियों ले लदा हुआ पेड़,अपनी छाया से हम…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* सदाचार द्योतक चरित, मानवीय आधार।नीति प्रीति सद् न्याय का, संस्कृति लोकाचार॥ शिक्षा द्योतक हो विनय, अनुशासन प्रतिमान।सुमति धैर्य मेधा सबल, पौरुष यश सम्मान॥ लोकतंत्र…
सौ. निशा बुधे झा ‘निशामन’जयपुर (राजस्थान)*********************************************** गया अभी छोटा अल्हड़ फरवरी,आया देखो अब मतवाला मार्चफागुन मन लेकर खास,रंग अबीर, गुलाल बिसराए दुखों को खास। आया देखो मतवाला मार्च,रंग-बिरंगी होली परमारे…
डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* खेल तो अभी शुरु हुआ है,खिलाड़ी बन कर तो देखो। जीना तो अभी शुरू किया है,खुलकर जी कर तो देखो। सबेरा तुम्हें दस्तक दे रहा है,खिड़की…
डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन (हिमाचल प्रदेश)***************************************************** जन्म और मृत्यु,शाश्वत सत्य हैनहीं कोई इसकाविकल्प है। एक दिन सभी को,मृत्यु शय्या पर सोना हैचाहे आप हो या डॉक्टर,सभी का यह हाल होना…
प्रीति तिवारी कश्मीरा ‘वंदना शिवदासी’सहारनपुर (उप्र)********************************** हे शिव! शंभू नाथ मेरे, शिवदासी करती वंदना,बैठ तुम्हारे श्रीचरणों में, पूरी हो हर साधना। शिव क्षमा करो हर भूल स्वयं को प्रकट करो,खींचो…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* अनुपम अपूर्व लेखन स्वतंत्र, मातृत्व सप्ताह सफल हैविविध कीर्ति कवि काव्य कला, माँ ममता लसिता निर्मल है। ममतांचल वात्सल्य समीक्षा, करना गणपति भी दुर्गम…
संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर (मध्यप्रदेश)******************************** महादेव की बात ही कुछ और है,महादेव हमारे मन मंदिर मेंबस गएवो बात ही कुछ और है,महादेव के पूजन की बात ही कुछ और हैसनातनी की…
सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** ख़ज़ाना है बड़ा अनमोल,जीने का सहारा हैदुआएँ माँ की मिल जाएँ,यही उपहार प्यारा है। उदर में नौ महीने रख,हमें संसार देती हैबड़ी प्यारी-सी ममता की,वो हमको छाँव…