सावित्री ने प्राण बचाए

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* सावित्री की दिव्यता, हार गए यमराज।सावित्री के तेज पर, हर्षित सकल समाज॥ सावित्री के तेज से, हार गए यमराज।नारी रखे सतीत्व तो, बजे सुखों का साज॥ सावित्री की सिद्धता, करे दिलों पर राज।।उस नारी के सत्व से, हार गए यमराज॥ सावित्री के ताप से, मृत्युदेव में शोक।प्राण छोड़ सत्यवान के, भागे … Read more

तुम बिन अधूरे हम

दीप्ति खरेमंडला (मध्यप्रदेश)************************************* चाहे खुशियाँ हों या ग़म,सदा रहेंगे हम संग-संगछोड़ कर मुझे जाना नहीं,तुम बिन न रह पाएंगे हम।बस इतना तुम जान लो,तुम बिन अधूरे हैं हम सनम…॥ चाहे रात अंधेरी हो,या हो पूनम की चाँदनीतुम अगर साथ हो,मुश्किलों से उबर जाएंगे हम।बस इतना तुम जान लो,तुम बिन अधूरे हैं हम सनम…॥ जीवन की … Read more

सच के दर्पण में…

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ दृष्टि कब बदलोगे ?जमाना भी बदल गयाझूठों के सामने क्या देखते हो ?सच के दर्पण में भविष्य है। चारों ओर अंधियारा छाया,लोभ-मोह-लालच में इंसान घिराउसे अब तो समझाओ,सच के दर्पण में भविष्य है। ये वह आइना है, जो झूठ नहीं बोलता,जो देखता है वही दिखता हैफिर क्यों पीठ पर खंजर … Read more

इतना बदल जाओगे!

डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* समय के साथ,सब-कुछ बदल जाता हैरूप, रंग, तन, मन, धन। क्या स्वभाव बदल जाता है!हाव-भाव बदल सकता हैबात और लहजा बदल जाता है। शायद यही हकीकत है,परिवर्तन ही एक मात्र स्थिरांतक हैकड़वा सच भी है। कभी सपने में भी सोचा न था,कि तुम इतना बदल जाओगे!इतने वर्षों के बाद असली रूप … Read more

जय-जय हिंदुस्तान

संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )******************************** खुद स्वीकारी पाकिस्तान ने बातें यह,प्रायोजित आतंकवाद का अपना सहभारत हमले में गया आतंकी किला ढह,‘आपरेशन सिंदूर’ से हिंदुस्तान ने की फतेह। अब होगा सिंधु नदी का पानी बंद,हो गई है पाकिस्तान की बोलती बंदजिनकी साँसें हुई खुद-ब-खुद ही बंद,कहता है भारत की साँस करूँगा बंद। रखा है परमाणु बम … Read more

कौन सुनेगा मेरी ?

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** रफ्ता-रफ्ता ज़िंदगी की राह पर चलता रहा,हर कदम पर मेरा अपना ही मुझे छलता रहा। किससे करने जाएँ शिकायत, कौन सुनेगा मेरी ?जब मेरे अपनों ने, इज्जत तार-तार की मेरी। सब हो गए पराए, समझा था जिनको अपना,जो स्वप्न देखता था, वो बन गया है सपना। इज्जत की धज्जियों को, थामा था … Read more

सावित्री रक्षित प्राण

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* सावित्री ने तप किया, पति के रक्षित प्राण।नारी रखें सतीत्व तो, पति का हो कल्याण॥ बरगद का वह पेड़ था, आये थे यमराज।सावित्री के तेज पर, हुआ उन्हें भी नाज॥ सत्यवान के प्राण को, छोड़ भगे यमराज।इसीलिए तो पूज्य है, सावित्री हर काल॥ पत्नी में हो दिव्यता, तो पति का अमरत्व।पति … Read more

हे हरि! तुम आना प्रीत निभाने

सरोज प्रजापति ‘सरोज’मंडी (हिमाचल प्रदेश)*********************************************** हे हरि !बहुत दिनों से बैचैनतुम्हारी बाट जोह रही हूँ,जैसे शबरी की तड़पती आशाजैसे विदुर की गहन प्रत्याशा। हे हरि!तुम मेरे सपनों में आना,तुम आना अवश्य, मेरे मन मंदिर में समाकब से अखियाँ… दर्श दिखाना,जी-भर देखूं ! तुम्हें टुकुर-टुकुर, ये ठाना। हे प्रभु हे ! मेरे प्रियतम,तुम वैसे ही आना, … Read more

जलते चिराग

डॉ. संजीदा खानम ‘शाहीन’जोधपुर (राजस्थान)************************************** ख़ुदगर्ज़ सब रफीक फरामोश हो गए।कुछ वक़्त के साए में भी बेहोश हो गए। महफिल में उनके आने की चर्चा सुनी मैंने,हम तो उसी खबर पे ही पुरजोश हो गए। पलकों पे जो सजते थे, दिखते नहीं मुझे,लगता है मुझको ऐसे कि बा-होश हो गए। अब तक तो जिसने नाम … Read more

जब मैं अकेले…

डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* तब पीड़ा नहीं होती,जब मैं अकेले में रोती हूँचोट तब लगती है जब,अकेले में जश्न मनाती हूँ। तब दर्द नहीं होता,जब मैं अकेले सो जाती हूँकष्ट तब होता है जब,उठकर खुद को अकेला पाती हूँ। तब आहत नहीं होती हूँ,जब मैं अकेले रहती हूँतब होती हूँ जब मेरी,अनुपस्थिति ज्ञात नहीं होती। … Read more