जो जीते… वो बाजीराव
सीमा जैन ‘निसर्ग’खड़गपुर (प.बंगाल)********************************* स्वर्णिम मेरे भारत का,इतिहास रंगा जांबाज़ी सेकुरेद रही पन्ना-पन्ना,जो अटा पड़ा शौर्य-गाथा से। जो गर्व मेरा, सबसे मंगल,मस्तक ऊँचा कर देता हैकहीं नहीं ऐसे बलिदानी सुने,जैसे…