क्या हो रहा है ?
डॉ. संजीदा खानम ‘शाहीन’जोधपुर (राजस्थान)************************************** या रब तेरी दुनिया में क्या आज हो रहा है,हमको जगाने वाला लोरी सुना रहा है। रुसवा हुआ उन्हीं से दिल के करीब थे जो,यह…
डॉ. संजीदा खानम ‘शाहीन’जोधपुर (राजस्थान)************************************** या रब तेरी दुनिया में क्या आज हो रहा है,हमको जगाने वाला लोरी सुना रहा है। रुसवा हुआ उन्हीं से दिल के करीब थे जो,यह…
डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’इन्दौर (मध्यप्रदेश )******************************************* सपनों-सा बचपन बीता, चली गई नानी की कहानी।अब बहुत बड़ी हो गई, जिसे कहते थे गुड़िया रानी॥ मधुरिम यादें आती है अब, मुझको ए बचपन…
सीमा जैन ‘निसर्ग’खड़गपुर (प.बंगाल)********************************* नहीं जानता कोई भी,वो दुनिया कैसी होगी ??बेखौफ जा रहे मर-मर के,वो दुनिया कैसी होगी ?? क्या दुःख-दर्द वहाँ के कम होंगे,क्या बिछड़े अपने मिलते होंगे…
डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन (हिमाचल प्रदेश)***************************************************** इस दुनिया में हर व्यक्तिपरेशान है,आत्मदाह किसी भीसमस्या का समाधान नहीं है। आत्मदाह करने से हम,तो दुनिया छोड़कर चले जाएंगेपीछे घर वालों के लिएहजारों…
ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)******************************************* झूमी पवन आया बसंत, बारह वर्ष तपे थे प्रान,मैं बनूँ पंच प्रसुन बान, तुम अनंग बन गाओ गान। यह कुम्भ और यह मधुमास, उत्सव का यह चरमोत्कर्ष,आध्यात्म…
डॉ.एन.के. सेठी ‘नवल’बांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* आया है चुनाव फिर,झुके हैं सभी के सिरमाँगते फिरे ये वोट,इन्हें आजमाइए॥ नोट से लुभाता कोई,वादे कर जाता कोई,जीत-हार हो किसी की,लोभ में न आइए॥…
सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************** करना प्रभु सब पर दया, महादेव है नाम।रोज़ चढ़ाओ जल उन्हें, सादर करो प्रणाम॥सादर करो प्रणाम, सदा सुख देने वाले।बम बम भोलेनाथ, बड़े ही भोले-भाले॥कह 'सरोज' सुन…
संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)****************************** गोविंद माधव हे राम राघव हे शिव शिव शम्भो हरे,हे नाथ नारायण महादेवा ये दिल बस तुमको पुकारे। जाने कितने मुकाम आए ज़िंदगी के हर मोड़-मोड़…
हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ एक रोज के इकरार करने से प्यार नहीं होता,जन्मों का बंधन है यह तोसिर्फ एक दिन में कैसे हो जाएगा,प्यार दिवाना है, प्यार मस्ताना है।…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* हरी घास पर ओस की बूँदें, भाती हैं।नया सबेरा, नया सँदेशा, लाती हैं॥ सूरज निकले, नवल एक इतिहास रचे,ओस की बूँदें टाटा करके जाती हैं॥ प्रकृति…