‘विवाह’ जीवन आधार
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* नर-नारी कारण जगत, जीवन का आधार।शुभ विवाह बन्धन प्रणय, सप्त बन्ध परिवार॥ रिश्ते-नाते सब यहाँ, बस विवाह सम्बन्ध।धर्म सनातन आस्था, कुसुमित प्रीति सुगन्ध॥ खिले ज़िंदगी बांगवां, नारी पुरुष विवाह।महकें खुशियाँ मधुरता, सांसारिक सुख चाह॥ अन्तर्मन दम्पति मिलन, सुख दु:ख जीवन मीत।आलिंगन तन मन सृजित, शाश्वत दिल संगीत॥ विवाह समझौता … Read more