उदित हुआ कोई चाँद

डॉ. विद्या ‘सौम्य’प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)************************************************ उस दिन…तुम मुझे ऐसे लगे, जैसे-सोलह कलाओं से परिपूर्ण,उदित हुआ कोई चाँद है। आए थे…तुम जिस दिन बनकर खास,उसी रात्रि…ब्रह्माण्ड रच रहा था रास,पलकों में झूमी थी, मेरे भी मधु चाँदनी,वर्षों से तन्हा थी, आई थी मधु यामिनी,सजदे में हम ही नहीं, तुम भी झुक गए थे,शरद की चाँदनी में, … Read more

समय अभी अनुकूल

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** समस्याओं से मत घबराना,उन्हें भुनाने में जुट जानाउनमें भी कोई अवसर पाना,एक नई उपलब्धि पाना। दुनिया में जितनी खोज हुईं,या जितनी खोज हो रही हैंउन सबके ही मूल में कोई न कोई समस्या थी।वैज्ञानिकों ने उन्हें चुनौती मान लिया, अवसर में बदलाऔर समाधान मिल गया।इसीलिए तो कहते हैं कि…“मुसीबतें तो आएंगी मगर … Read more

आदर्श सीख राम

सरोज प्रजापति ‘सरोज’मंडी (हिमाचल प्रदेश)*********************************************** दशहरा, दशानन पर विजय, दुराचारी नष्ट हुआ,अधर्म, कुकर्म हो पराजय, कुकृत्य सदा नष्ट हुआ। असत्य पर सत्य सदा विजय, अधो-गति,नित-अधम हुआबुराई पर अच्छाई विजय, दशानन मद-चूर हुआ। मर्यादा पुरुषोत्तम राम, लक्ष्मण भ्रातर रूप, भक्तिपितृभक्त, धर्म पथ दृढ़ राम, सिया कर्तव्य पथ, शक्ति। हैं दुश्चरित्र निशाचर रूप, सूर्पनखा भेष लसेअगणित निशाचर … Read more

नारी रूप अनेक

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* नारी रूप अनेक है, चिन्ता श्रद्धा लाज।नवदुर्गा नवशक्ति बन, नवधा भक्ति समाज॥ शब्द सरल माने गहन, नारी सत्य स्वरूप।अलंकार नवरस गुणी, नारी अर्थ अनूप॥ शब्द एक संजीवनी, मर्यादित मुख भाष।भावों की संचारिणी, प्रीति शक्ति अभिलाष॥ माया सत्य स्वरूपिणी, शब्द बोल अनमोल।त्रिविधा शक्ति व्यंजना, खुशियाँ सुख-दुख घोल॥ गजब शब्द सम्वेदना, … Read more

सूरज चाचा इतने पावरफुल!

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ भोर की इस सुहानी लालिमा में उदित्य हो रहे थे सूरज। माँ, बच्चों को बिस्तर से उठा रही होती है। तभी दादा जी आते हैं, वह कहते हैं, “बहू बबलू व पिंकी अभी तक नहीं उठे। सुबह हो गई है, सूरज सिर पे आ गया है और तो उन्हें स्कूल … Read more

मेरे मित्र ‘सुधीर’ बड़े धीर

आचार्य संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )****************************************************** बड़े धीर, सुशील, मित्र मेरे सुधीर,सत्य, निष्ठा, कर्मठता जैसे नीरअद्भुत थे, बजरंग दल के वीर,स्वयं सेवक ऐसे न होते अधीरसंकल्प ऐसे हनुमान-महावीर। विशुद्ध चिंतन, विचारों के अग्नि वीर,चेहरे पर हँसी, गुस्से पर काबू स्थिरसमाजिक चेतना, सेवाभावी तस्वीर,मित्रता मिलती ऐसी जिनकी तकदीरयोग साधना में सदैव जीवित रहें सुधीर। परोपकार पर … Read more

हक़ है…

सीमा जैन ‘निसर्ग’खड़गपुर (प.बंगाल)********************************* हक़ है… पूरा हक़ है,इस धरती पर जीने कासबको ही पूरा हक़ है। ये नदी, पहाड़, ये अरण्य घनेरे,ये फूल, तितलियाँ, ये पेड़-पौधेजिसे हम बना नहीं सकतेफिर पूर्ण हक़ हमारा नहीं है,ये इंसानों की जागीर नहीं है। ये चींटी, हाथी, ये पशु-जानवर,ये पंछी, पतंगे, ये नन्हें से कीट सबनहीं मांगते जग … Read more

घनश्याम की बंशी

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर (मध्यप्रदेश)******************************** कैसा गुल खिलाती है घनश्याम की बंशी,बस ‘राधे-राधे’ गाती है घनश्याम की बंशीबंसी वादन से खिल जाते थे कमल,वृक्षों से आँसू बहने लगते स्वर में स्वर मिलाकरनाचने लगते थे मोर पक्षी हो जाते थे मुग्ध,ऐसी होती थी बंसी की तान।कैसा गुल खिलाती है घनश्याम की बंशी… नदियाँ कल-कल स्वरों को बंसी … Read more

गांधी-शास्त्री को नमन

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* पुण्यमयी भारत धरा, जन्मी दो सन्तान।अविरत सेवा देशहित, गांधी शास्त्री नाम॥ एक नायक स्वाधीनता, दूसरा देश प्रधान।दोनों भारत लाड़ले, देश लाज सम्मान॥ शील त्याग गुण कर्मपथ, तजे बन्धु परिवार॥तन मन सब अर्पित वतन, ब्रिटिश राज संहार॥ सही जेल की यातना, ले आजादी ध्येय।सत्य अहिंसा क्रांति पथ, भारत माँ जय … Read more

मन के रावण का संहार करो

डॉ. गायत्री शर्मा ’प्रीत’इन्दौर (मध्यप्रदेश )******************************************* मन के रावण का करो, तुम पहले संहार।तब ही मिल पाये हमें, इस जीवन का सार॥ गली-गली रावण बना, राम करो उद्धार।मातु-बहन-बेटी यहाँ, होता रहा प्रहार॥ मायावी राक्षस बने, करते हैं प्रतिघात।सुख का सूरज है नहीं, आई दुख की रात॥ रावण जलने की सदा, चलती आई रीत।मन का रावण … Read more