भाषाई स्वाभिमान जाग्रत रहे, इसके लिए प्रयासरत रहें
इंदौर (मप्र)। ‘पथ उजियारा’ पुस्तक में अनेक विषयों पर सुंदर रचनाएं हैं। ‘फागुन’ कविता में ब्रज, अवधी मालवी, निमाड़ी के देशज शब्दों का प्रयोग जब रचना में होता है तो उस रचना की देशजता जीवंत हो उठती है। ‘अमर बलिदान’ कविता में राष्ट्रीयता के स्वर मुखरित हुए हैं। हिंदी के उन्नयन के लिए रचना में … Read more