गीत संग्रह ‘मौन को सुनकर कभी देखो’ लोकार्पित

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मुरादाबाद (उप्र)। नवगीतों के रचनाकार योगेन्द्र वर्मा व्योम के गीत-संग्रह ‘मौन को सुनकर कभी देखो’ का लोकार्पण संस्था हिन्दी साहित्य संगम के तत्वावधान में मुरादाबाद स्थित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भवन के सभागार में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. अजय अनुपम ने की। मुख्य अतिथि विख्यात बाल साहित्यकार राजीव सक्सेना रहे। आयोजन में … Read more

गढ़वाल और प्रथम विश्व युद्ध’ पुस्तक पर हुई रोचक चर्चा

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देहरादून (उत्तराखंड)। फुलवारी में वर्षान्त की पुस्तक चर्चा में लेखक और शिक्षाविद् देवेश जोशी की सद्य प्रकाशित पुस्तक ‘गढ़वाल और प्रथम विश्व युद्ध’ पर हुई चर्चा में जिज्ञासा और रोचकता का संगम रहा। चर्चा में पूर्व पुलिस महानिदेशक और साहित्यकार अनिल रतूड़ी, लेखक और उत्तराखंड शासन में अपर सचिव ललित मोहन रयाल ने मुख्य रूप … Read more

शांति जी की हास्य-कविताएँ आज भी प्रासंगिक

लोकार्पण… दिल्ली। जब घरों में भी महिलाओं के खिल-खिलाकर हँसने पर पाबंदी थी, ऐसे समय में कवि-सम्मेलन के मंच पर यदि किसी स्त्री ने हास्य-रस की प्रस्तुति दी तो वह एकमात्र कवयित्री शांति अग्रवाल जी थीं। ‘शालीन हास्य’ डोरी पर चलने के समान है। आँसू को आँसू के रूप में लिखना बड़ी बात है, लेकिन … Read more

५ रचनाकारों को डाॅ. तिवारी स्मृति सम्मान २९ दिसम्बर को

इंदौर (मप्र)। वरिष्ठ शिक्षक और लेखक डाॅ. एस.एन. तिवारी की स्मृति में इस वर्ष का साहित्यिक सम्मान ५ रचनाकारों को दिया जाएगा। यह समारोह रविवार २९ दिसंबर को इंदौर प्रेस क्लब के सभागृह में होगा।डाॅ. एस.एन. तिवारी स्मृति समिति के संयोजक मुकेश तिवारी ने बताया, कि वरिष्ठ लघुकथाकार डाॅ. पुरुषोत्तम दुबे, हिन्दी मासिक ‘वीणा’ के … Read more

भारत के विकास में हिंदी ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका-श्री बिरला

दिल्ली। हिंदी भारत की आत्मा व पहचान है तथा अन्य भाषाओं के साथ इसने समाज तथा राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हिंदी ने देश की सांस्कृतिक विविधता को एक सूत्र में पिरोया है और उसे सशक्त बनाया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इटावा हिंदी सेवा निधि के ३०वें वार्षिक अधिवेशन को … Read more

डॉ. भट्टाचार्य ने जीवन रंगकर्म और साहित्य सेवा में अर्पित कर दिया

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श्रद्धांजली… उज्जैन (मप्र)। डॉ. प्रभात कुमार भट्टाचार्य ने अपना पूरा जीवन शिक्षा, रंगकर्म और साहित्य की सेवा में अर्पित कर दिया। कालिदास अकादमी के निदेशक के रूप में उन्होंने रंगकर्म और कालिदास समारोह के लिए नए प्रयोग किए। उनका अवसान एक युग का अवसान है। कालिदास अकादमी के अभिरंग नाटय गृह में आयोजित कार्यक्रम ‘श्रद्धार्पण’ … Read more

‘यस बॉस’ के जरिए अंतराल को कम और खत्म करने का प्रयास- डॉ. धींग

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विमोचन… तिरुचिरापल्ली (तमिलनाडु)। तमिल साहित्य का गौरव ‘तिरुक्कुरल’ भारतीय संस्कृति एवं मानवीय चिंतन की शुद्ध और विराट अभिव्यक्ति है। तिरुक्कुरल सूक्तियों का भंडार है। सूक्तियाँ राजा और प्रजा, बड़े और छोटे, अभिभावक और संतति, गुरु और शिष्य सबके लिए प्रेरक हैं। भारत में सबसे ज्यादा बोली और समझी जाने वाली भाषा हिंदी में लेखक की … Read more

कुछ लकीरें खींच लाएंगे

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** कल्पना से कुछ लकीरें खींच लाएंगे,अल्पना भर रंग हर कोना सजायेंगे। नृत्य शाला भाव की नूपुर-सी बजती,दिल लगा झँकार में तुमको नचायेंगे। कामनायें, लांक्षनायें, अनकही बातें,है कसम हर शब्द पर तुझको रुलायेंगे। नोक चुभ गर लेखनी घायल लगोगे तुम,सुन लिखा पढ़ रूठ जाओ तब मनाएंगे। दर्द उतरा देखना कागज अगर आओ,हाशिये में … Read more

‘पिंटू की पहली उड़ान’ के विमोचन से ‘सृजन के रंग’ शुरू

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मुम्बई (महाराष्ट्र)। साहित्यकार डॉ. कनकलता तिवारी के नवीनतम बाल कथा संग्रह ‘पिंटू की पहली उड़ान’ के विमोचन के साथ साहित्य के क्षेत्र में नवगठित संस्था ‘सृजन के रंग’ ने अपने सृजनात्मक सफ़र की पहली उड़ान भरी। समारोह में मुख्य अतिथि मशहूर कवि-गीतकार देवमणि पांडेय मौजूद रहे। इस संस्था का यह पहला गरिमापूर्ण समारोह शनिवार को … Read more

अभा एवं प्रादेशिक कृति पुरस्कार घोषित

भोपाल (मप्र)। साहित्य अकादमी, (मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद्, मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग, भोपाल) द्वारा अखिल भारतीय एवं प्रादेशिक कृति पुरस्कार कैलेण्डर वर्ष २०२२ एवं २०२३ के पुरस्कारों की घोषणा भी कर दी गई है। अभा प्रति पुरस्कार १ लाख व प्रादेशिक प्रति पुरस्कार ५१ हजार ₹ के साथ शॉल, श्रीफल, स्मृति चिह्न और प्रशस्ति के साथ … Read more