मौसम ने रौनक है बाँटी
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* धूम मचाती जल बरसाती, वर्षा रानी आई।आज मगन मन वृक्ष ले रहे, झूम-झूम अँगड़ाई॥ जल धरती पर पहुँच रहा है, नदियाँ हैं दीवानी,मौसम ने रौनक है…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* धूम मचाती जल बरसाती, वर्षा रानी आई।आज मगन मन वृक्ष ले रहे, झूम-झूम अँगड़ाई॥ जल धरती पर पहुँच रहा है, नदियाँ हैं दीवानी,मौसम ने रौनक है…
बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)************************************** कोटि-कोटि इस जन्मभूमि से,भारत अपना प्यारा है।देश भक्ति की जगे भावना,दिल ने हमें पुकारा है॥ सब धर्मों के फूल खिलें हैं,हिन्द वतन के बागों में।हिन्दू-मुस्लिम…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* घन श्याम अजिर में बरस रहे, सखि री! घनश्याम नहीं आए।अम्बर में शम्बर गरज रहे, चपला चमके जी घबराए॥ दूरी को सहना है मुश्किल,खो गए कहाँ…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) *********************************************** हम नौनिहाल भारत के बच्चे,मनाऍं आजादी पर्व यहाँ।थाम तिरंगा शान देश का,घर-घर लहराऍं सकल जहाँ॥ लहराया तिरंगा ध्वजा नभ,केसर हरित धवल राष्ट्र यहाँ।राष्ट्र गान…
शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ****************************************** उहापोह में बैठी हूँ मैं, क्या लिखना है भूल गयी।ऐसे डूब गई भावों में, सबसे मिलना भूल गयी॥ प्यार किया था कभी किसी से वो पल…
बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************** धरती की संतान सभी हैं,मिलजुल हाथ बंटाना है।नेक कर्म अपना ले प्राणी,जग में नाम कमाना है॥ बढ़ता चल इस जीवन पथ पर,रुकना नहीं निराशा में।निश्छल…
डॉ. सुभाष शर्मा मेलबर्न(ऑस्ट्रेलिया) ************************************* आजादी का अमृत छलके,जी मेरा हरसाए।मेरा तिरंगा मन में मेरे,लहर-लहर लहराए॥ कफ़न बाँध कर निकल गए,थे बालक जो अभिमानीझूल गए फाँसी के फंदेबन गए वह…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* जन्माष्टमी विशेष.... हे! गिरिधारी नंदलाल,तुम कलियुग में आ जाओ।सत्य,न्याय रो रहे आज तो,नवजीवन दे जाओ॥ जीवन तो अभिशाप हो रहा,बढ़ता नित संताप है।अधरम का तो राज…
आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* सुरभित करता मानव जीवन, शुभ दिन आया आज है।अमृत महोत्सव चलो मनायें, जन-जन से आगाज है॥ तीन रंग का शुभम तिरंगा, इस धरती की शान है,भारत…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* ऐे सैनिक! फौज़ी,जवान, है तेरा नित अभिनंदन।अमन-चैन का तू पैगम्बर, तेरा है अभिवंदन॥ गर्मी,जाड़े,बारिश में भी,तू सच्चा सेनानी,अपनी माटी की रक्षा को,तेरी अमर जवानी।तेरी देशभक्ति लखकर…