सूर्य देव हुए उत्तरायण
डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’इन्दौर (मध्यप्रदेश )******************************************* सूर्य देव हुए उत्तरायण, संक्रांति का है त्यौहार।झूमें नाचे गायें हम सब, मिलता है जीवन का सार॥ हर दिन अब तो, सूर्य देव की हम…
डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’इन्दौर (मध्यप्रदेश )******************************************* सूर्य देव हुए उत्तरायण, संक्रांति का है त्यौहार।झूमें नाचे गायें हम सब, मिलता है जीवन का सार॥ हर दिन अब तो, सूर्य देव की हम…
डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’इन्दौर (मध्यप्रदेश )******************************************* शुभ प्रभात में पुष्प खिले हैं, मेरा मन हरषाये।पेड़ों पर पँछी बैठे हैं, गीत अनोखे गाये॥ आसमान पर बादल, लगता जैसे चित्र उकेरे,झूम रही है…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* तूफानों में हम साहस के दीप जलाते हैं।नहीं अनमनापन हममें है, नित हम गाते हैं॥ चंद्रगुप्त की धरती है यह, वीर शिवा की आन है,राणाओं की…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* नया काल है, नया साल है, गीत नया हम गाएँगे।करना है कुछ नवल-प्रबल अब, मंज़िल को हम पाएँगे॥ बीत गया जो, उसे भुलाकर, हम गतिमान बनेंगे,जो…
डॉ.एन.के. सेठी ‘नवल’बांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* नया सबेरा, नयी आशाएँ, नए संकल्प… ========आया है नववर्ष सभी मिलदोषों का शमन करें।जो छूट गया इस साल चलोअब इस पर मनन करें॥ भूलें पिछली…
विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ नया सबेरा, नयी आशाएँ, नए संकल्प...... नव वर्ष आ गया है, हर पल नया-नया हो,मौसम हो चाहे कोई, अनुकूल हर हवा हो। दीपक की रोशनी को, ऐसा ख़ुमार…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* पहले तो सब सुख से बीता, रोग कभी भी पास न आया।आकर जाती नहीं बुढ़ाई, अब हर दिन दु:ख पाती काया॥ बचपन में सब खुशहाली थी,…
हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* रचनाशिल्प:मुखड़ा-१६,१२ मात्राओं की यति पर २८ मात्रा के २ पद। प्रत्येक पद में १२ मात्राओं का टेक। अंतरा-२८ (१६+१२) मात्राओं के ३ पद। फिर १२…
डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’इन्दौर (मध्यप्रदेश )******************************************* राजा भूपति आए बैठे, जनक के दरबार।मनोहर छवि श्रीराम की, देते तन-मन वार॥ सीता की विवाह बेला, धनुष बाण टूटेगा,जनक द्वारे भीड़ लगी राजा का…
ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** झूठ-मूठ का रूठ-रूठ कर,आँखें बनाता गोल-गोल।गाल हाथ से थाम दोनोंअपना बस्ता अथर्व खोल…॥ घर-बाहर खेल रहे बच्चे,उसको भी करना है खेल।गृह कार्य से जान बचाता,एसे तो होएगा…